Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Oct 2024 · 1 min read

आप कहते हो, मान लेते हैं ,

आप कहते हो, मान लेते हैं ,
आपको बस ख्याल मेरा है।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

1 Like · 50 Views
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

वेदनाओं का हृदय में नित्य आना हो रहा है, और मैं बस बाध्य होकर कर रहा हूँ आगवानी।
वेदनाओं का हृदय में नित्य आना हो रहा है, और मैं बस बाध्य होकर कर रहा हूँ आगवानी।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
क्षणिक तैर पाती थी कागज की नाव
क्षणिक तैर पाती थी कागज की नाव
Dhirendra Singh
गाली
गाली
Rambali Mishra
घाव
घाव
अखिलेश 'अखिल'
जवान और किसान
जवान और किसान
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
..
..
*प्रणय*
जिस दिल में ईमान नहीं है,
जिस दिल में ईमान नहीं है,
पंकज परिंदा
धैर्य के बिना कभी शौर्य नही होता है।
धैर्य के बिना कभी शौर्य नही होता है।
Rj Anand Prajapati
स्वतंत्रता दिवस पर ३ रचनाएं :
स्वतंत्रता दिवस पर ३ रचनाएं :
sushil sarna
इस ज़िंदगी में जो जरा आगे निकल गए
इस ज़िंदगी में जो जरा आगे निकल गए
Dr Archana Gupta
आज फिर
आज फिर
Chitra Bisht
दुश्मन कैसा भी रहे, अच्छा बुरा विचित्र
दुश्मन कैसा भी रहे, अच्छा बुरा विचित्र
RAMESH SHARMA
गीतिका छंद
गीतिका छंद
Seema Garg
सर्दी के हैं ये कुछ महीने
सर्दी के हैं ये कुछ महीने
Atul "Krishn"
राजनीति की गरमी
राजनीति की गरमी
Acharya Rama Nand Mandal
सभी देखेंगे तेरी इक हॅंसी को।
सभी देखेंगे तेरी इक हॅंसी को।
सत्य कुमार प्रेमी
मेरा जीवन,मेरी सांसे सारा तोहफा तेरे नाम। मौसम की रंगीन मिज़ाजी,पछुवा पुरवा तेरे नाम। ❤️
मेरा जीवन,मेरी सांसे सारा तोहफा तेरे नाम। मौसम की रंगीन मिज़ाजी,पछुवा पुरवा तेरे नाम। ❤️
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
वैसा न रहा
वैसा न रहा
Shriyansh Gupta
"बेचारा किसान"
Dharmjay singh
प्रेम
प्रेम
पूर्वार्थ
झरते फूल मोहब्ब्त के
झरते फूल मोहब्ब्त के
Arvina
23/18.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
23/18.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*दुश्मन हिंदुस्तान के, घोर अराजक लोग (कुंडलिया)*
*दुश्मन हिंदुस्तान के, घोर अराजक लोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
कोई किसी से सुंदरता में नहीं कभी कम होता है
कोई किसी से सुंदरता में नहीं कभी कम होता है
Shweta Soni
गर्मी के दोहे
गर्मी के दोहे
राकेश पाठक कठारा
यूं हज़ार बहाने हैं तुझसे बात करने को ऐ ज़िंदगी!
यूं हज़ार बहाने हैं तुझसे बात करने को ऐ ज़िंदगी!
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
झुकता आसमां
झुकता आसमां
शेखर सिंह
बाण मां के दोहे
बाण मां के दोहे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
"पर्दा"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...