कविता
किया जाता है दुखी मन को कैसे हल्का?
हाय! हमको भी तरीका वो सिखादे कोई
कोशिशें तो की बहुत हंसने की तूने महफ़िल में
नीलम अंखियां ये फिर न जाने क्यों बहुत रोई।
नीलम शर्मा
किया जाता है दुखी मन को कैसे हल्का?
हाय! हमको भी तरीका वो सिखादे कोई
कोशिशें तो की बहुत हंसने की तूने महफ़िल में
नीलम अंखियां ये फिर न जाने क्यों बहुत रोई।
नीलम शर्मा