करो सम्मान पत्नी का खफा संसार हो जाए
करो सम्मान पत्नी का खफा संसार हो जाए
करो सम्मान पत्नी का……….
अगर रुठे तो मना लो रिझाकर प्यारी बातों से
ना खिंचो लम्बी कहानी अगर तकरार हो जाए
करो सम्मान पत्नी का……….
अगर दुःख है उसे कोई जरा तुम दे दो सहारा
पूछ लो हाल उससे तुम अगर दरकार हो जाए
करो सम्मान पत्नी का……….
ना समझो मात्र गृहणी न ही उपभोग की वस्तु
रहो गर दोस्त बनकर जीवन साकार हो जाए
करो सम्मान पत्नी का……….
क्यूॅ॑ यादें रखके गैरों की खोते सुकून जीवन का
रहो तुम दायरे में जो खुद की सरकार हो जाए
करो सम्मान पत्नी का……….
कहे ‘V9द’ सुन लो गर सफल हो जाए ये जीवन
ना झाॅ॑को खिड़कियां देखो गर परिवार हो जाए
करो सम्मान पत्नी का………..