*करतीं धुनुची नृत्य हैं, मॉं की भक्त अपार (कुंडलिया)*
करतीं धुनुची नृत्य हैं, मॉं की भक्त अपार (कुंडलिया)
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करतीं धुनुची नृत्य हैं, मॉं की भक्त अपार
शारदीय नवरात्रि की, सप्तम तिथि आधार
सप्तम तिथि आधार, धूम बंगाल मचाता
अद्भुत श्रद्धा-भाव, कोलकाता दिखलाता
कहते रवि कविराय, गंध से ऊर्जा भरतीं
महिषासुर को मार, मुक्त दुर्गा जग करतीं
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451