कभी मेरा ख्याल आता है
क्या तुम्हें यूं ही कभी मेरा ख्याल आता है क्या
आजकल कैसा हूं ये सवाल तुम्हें सताता है क्या
डाल चुकी हो शायद मिट्टी तुम हमारे रिश्ते पर
इस तरह भी कोई किसी को भुलाता है क्या
खामोशियों बढ़ते-बढ़ते देखों बदल गई दूरियों में
यूं ही मौसम की तरह कोई बदल जाता है क्या
कोई बात अगर मन में है तो मुझसे कहो न
भला खुद से भी कोई इस तरह बात छुपाता है क्या
बहुत दिन हुए अंशू चलो उनसे मिलकर आते हैं
कोई बताए भला ये रास्ता उनके शहर जाता है क्या।।