Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2023 · 1 min read

कभी तुम मिलों

नफरते के दौर . .में
ए काश…..
मोहब्बतों की कोई हवा चले
कभी- तुम मिलों
कभी हम मिले
कभी हम मिले
कभी तुम मिलों
ये सिलसिला
यू ही चला चले
कभी तुम कहो
कभी हम कहे
तो रात यू ही ढला करे
कभी तुम सुनो
कभी हम सुने
.तो ये बात से बात
मिला करे
कभी तुम हंसो
कभी हम खुश हो
तो खुशी की कोई हवा
चले जो आहिस्ता आहिस्ता
नफ़रतों को मिटा सके

Language: Hindi
150 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from shabina. Naaz
View all
You may also like:
*स्पंदन को वंदन*
*स्पंदन को वंदन*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
चिन्तन का आकाश
चिन्तन का आकाश
Dr. Kishan tandon kranti
जितना तुझे लिखा गया , पढ़ा गया
जितना तुझे लिखा गया , पढ़ा गया
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
प्रथम गुरु
प्रथम गुरु
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
गुरु
गुरु
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
भाग्य
भाग्य
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
हर राह सफर की।
हर राह सफर की।
Taj Mohammad
"" *आओ करें कृष्ण चेतना का विकास* ""
सुनीलानंद महंत
कितना सुकून और कितनी राहत, देता माँ का आँचल।
कितना सुकून और कितनी राहत, देता माँ का आँचल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
जरूरी नहीं जिसका चेहरा खूबसूरत हो
जरूरी नहीं जिसका चेहरा खूबसूरत हो
Ranjeet kumar patre
हम अपनों से न करें उम्मीद ,
हम अपनों से न करें उम्मीद ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
काश तुम कभी जोर से गले लगा कर कहो
काश तुम कभी जोर से गले लगा कर कहो
शेखर सिंह
हमारी जान तिरंगा, हमारी शान तिरंगा
हमारी जान तिरंगा, हमारी शान तिरंगा
gurudeenverma198
श्रीमान - श्रीमती
श्रीमान - श्रीमती
Kanchan Khanna
नवगीत : मौन
नवगीत : मौन
Sushila joshi
लगा समंदर में डुबकी मनोयोग से
लगा समंदर में डुबकी मनोयोग से
Anamika Tiwari 'annpurna '
आभा पंखी से बढ़ी ,
आभा पंखी से बढ़ी ,
Rashmi Sanjay
*सवाल*
*सवाल*
Naushaba Suriya
2594.पूर्णिका
2594.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
हिम्मत मत हारो, नए सिरे से फिर यात्रा शुरू करो, कामयाबी ज़रूर
हिम्मत मत हारो, नए सिरे से फिर यात्रा शुरू करो, कामयाबी ज़रूर
Nitesh Shah
यादों के तटबंध ( समीक्षा)
यादों के तटबंध ( समीक्षा)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
नया सवेरा
नया सवेरा
नन्दलाल सुथार "राही"
अद्वितीय संवाद
अद्वितीय संवाद
Monika Verma
बाल कविता: तितली
बाल कविता: तितली
Rajesh Kumar Arjun
इश्क अमीरों का!
इश्क अमीरों का!
Sanjay ' शून्य'
Keep saying something, and keep writing something of yours!
Keep saying something, and keep writing something of yours!
DrLakshman Jha Parimal
#दोहा
#दोहा
*प्रणय प्रभात*
ज़रूरत के तकाज़ो पर
ज़रूरत के तकाज़ो पर
Dr fauzia Naseem shad
*रोज बदलते अफसर-नेता, पद-पदवी-सरकार (गीत)*
*रोज बदलते अफसर-नेता, पद-पदवी-सरकार (गीत)*
Ravi Prakash
*कोई नई ना बात है*
*कोई नई ना बात है*
Dushyant Kumar
Loading...