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27 Jul 2024 · 1 min read

“कबूतर”

“कबूतर”
भ्रम नहीं कोई
प्रेम पाती ले जाने वाला
वह कबूतर,
जो उड़ता अब तलक
पूरब पश्चिम दक्षिण उत्तर।

2 Likes · 3 Comments · 46 Views
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