“औषधि”
“औषधि”
अब साधुता को भी
श्रम से जोड़ो,
‘भिक्षामि देहि’ से
पूरी तरह मुक्त करो।
तब देखना एक दिन
चोंचलेबाजी खत्म होकर
सारे पाप मिट जाएंगे,
‘जन’ और ‘तंत्र’ दोनों ही
एकदम रोगमुक्त हो जाएंगे।
“औषधि”
अब साधुता को भी
श्रम से जोड़ो,
‘भिक्षामि देहि’ से
पूरी तरह मुक्त करो।
तब देखना एक दिन
चोंचलेबाजी खत्म होकर
सारे पाप मिट जाएंगे,
‘जन’ और ‘तंत्र’ दोनों ही
एकदम रोगमुक्त हो जाएंगे।