Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Oct 2020 · 1 min read

औकात

तनिक भी नहीं है रूआब
जाने कैसा है ये गुलाब,

इठलाते हैं, वो अपने ‘शक्ल- ओ -नाम’ पर
जिसने बनाई नहीं, ढेला भर भी औकात

तुम इन सब की नवाबी झाड़ दो गुलाब

Language: Hindi
3 Likes · 315 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
2555.पूर्णिका
2555.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – गर्भ और जन्म – 04
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – गर्भ और जन्म – 04
Kirti Aphale
अंदाज़-ऐ बयां
अंदाज़-ऐ बयां
अखिलेश 'अखिल'
FUSION
FUSION
पूर्वार्थ
नववर्ष पर मुझको उम्मीद थी
नववर्ष पर मुझको उम्मीद थी
gurudeenverma198
मेरी माटी मेरा देश भाव
मेरी माटी मेरा देश भाव
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
* उपहार *
* उपहार *
surenderpal vaidya
नई शिक्षा
नई शिक्षा
अंजनीत निज्जर
तुम हमेशा से  मेरा आईना हो॥
तुम हमेशा से मेरा आईना हो॥
कुमार
विलोमात्मक प्रभाव~
विलोमात्मक प्रभाव~
दिनेश एल० "जैहिंद"
पाती प्रभु को
पाती प्रभु को
Saraswati Bajpai
"ग्लैमर"
Dr. Kishan tandon kranti
कुछ लोग बहुत पास थे,अच्छे नहीं लगे,,
कुछ लोग बहुत पास थे,अच्छे नहीं लगे,,
Shweta Soni
असली दर्द का एहसास तब होता है जब अपनी हड्डियों में दर्द होता
असली दर्द का एहसास तब होता है जब अपनी हड्डियों में दर्द होता
प्रेमदास वसु सुरेखा
किसी भी सफल और असफल व्यक्ति में मुख्य अन्तर ज्ञान और ताकत का
किसी भी सफल और असफल व्यक्ति में मुख्य अन्तर ज्ञान और ताकत का
Paras Nath Jha
आदि शंकराचार्य
आदि शंकराचार्य
Shekhar Chandra Mitra
गीत प्रतियोगिता के लिए
गीत प्रतियोगिता के लिए
Manisha joshi mani
■ आज की ग़ज़ल
■ आज की ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
अल्प इस जीवन में
अल्प इस जीवन में
Dr fauzia Naseem shad
दिवाकर उग गया देखो,नवल आकाश है हिंदी।
दिवाकर उग गया देखो,नवल आकाश है हिंदी।
Neelam Sharma
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति
Mamta Rani
వీరుల స్వాత్యంత్ర అమృత మహోత్సవం
వీరుల స్వాత్యంత్ర అమృత మహోత్సవం
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
"Radiance of Purity"
Manisha Manjari
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*जिन्होंने बैंक से कर्जे को, लेकर फिर न लौटाया ( हिंदी गजल/
*जिन्होंने बैंक से कर्जे को, लेकर फिर न लौटाया ( हिंदी गजल/
Ravi Prakash
-- अजीत हूँ --
-- अजीत हूँ --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
बचपन
बचपन
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
बुद्ध
बुद्ध
Bodhisatva kastooriya
*देश का दर्द (मणिपुर से आहत)*
*देश का दर्द (मणिपुर से आहत)*
Dushyant Kumar
नाम हमने लिखा था आंखों में
नाम हमने लिखा था आंखों में
Surinder blackpen
Loading...