Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jan 2024 · 1 min read

ऐ ज़िन्दगी

ऐ ज़िन्दगी तू बहुत
थक गई होगी
चलते चलते
आ कर दूँ तेरी मालिश
धुल दूँ तेरे पैरों को
अपने नयनों के पानी से
मैं हूँ जबसे चल रही है तू भी
कितना कुछ तूने सहा है
सहे हैं बेबसी के क्षण
आँधियों के थपेड़े
हो गई है कितनी
बन गई है बोझ
कितनी बोझिल है
तेरी आँखे
जाने कबसे नहीं सोई है तू
आ तुझे सुला दूँ प्रेम से
कर ले आराम कुछ तू भी
कर ले आराम कुछ तू भी

-शालिनी मिश्रा तिवारी
( बहराइच,उ०प्र० )

1 Like · 1 Comment · 151 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shalini Mishra Tiwari
View all
You may also like:
गणतंत्र
गणतंत्र
लक्ष्मी सिंह
"माता-पिता"
Dr. Kishan tandon kranti
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
Oh life ,do you take account!
Oh life ,do you take account!
Bidyadhar Mantry
चांद मुख पे धब्बे क्यों हैं आज तुम्हें बताऊंगी।
चांद मुख पे धब्बे क्यों हैं आज तुम्हें बताऊंगी।
सत्य कुमार प्रेमी
नज़र
नज़र
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
गम इतने दिए जिंदगी ने
गम इतने दिए जिंदगी ने
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
पागलपन
पागलपन
भरत कुमार सोलंकी
रमन्ते सर्वत्र इति रामः
रमन्ते सर्वत्र इति रामः
मनोज कर्ण
जलाना था जिस चराग़ को वो जला ना पाया,
जलाना था जिस चराग़ को वो जला ना पाया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुबारक़ हो तुम्हें ये दिन सुहाना
मुबारक़ हो तुम्हें ये दिन सुहाना
Monika Arora
भीग जाऊं
भीग जाऊं
Dr fauzia Naseem shad
*जिंदगी के अनोखे रंग*
*जिंदगी के अनोखे रंग*
Harminder Kaur
“जागू मिथिलावासी जागू”
“जागू मिथिलावासी जागू”
DrLakshman Jha Parimal
"मुझे हक सही से जताना नहीं आता
पूर्वार्थ
फंस गया हूं तेरी जुल्फों के चक्रव्यूह मैं
फंस गया हूं तेरी जुल्फों के चक्रव्यूह मैं
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
मोहब्बत-ए-सितम
मोहब्बत-ए-सितम
Neeraj Mishra " नीर "
!..........!
!..........!
शेखर सिंह
*अध्याय 3*
*अध्याय 3*
Ravi Prakash
होली का त्यौहार
होली का त्यौहार
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
🙅आज का आभास🙅
🙅आज का आभास🙅
*प्रणय*
एक मशाल तो जलाओ यारों
एक मशाल तो जलाओ यारों
नेताम आर सी
*Hey You*
*Hey You*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
तेरे दिदार
तेरे दिदार
SHAMA PARVEEN
आज दिवस है  इश्क का, जी भर कर लो प्यार ।
आज दिवस है इश्क का, जी भर कर लो प्यार ।
sushil sarna
सात जन्मों की शपथ
सात जन्मों की शपथ
Bodhisatva kastooriya
3149.*पूर्णिका*
3149.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*** मेरा पहरेदार......!!! ***
*** मेरा पहरेदार......!!! ***
VEDANTA PATEL
साल ये अतीत के,,,,
साल ये अतीत के,,,,
Shweta Soni
Loading...