Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Mar 2024 · 1 min read

तेरे दिल में क्या है –

तेरे दिल में क्या है –
मेरे दिल में तेरे लिए है असीम प्रेम,
तेरे लिए श्रद्धा,
प्रेम की भक्ति,
वफादारी ईमानदारी,
मोहब्बत, मासूमियत,
ख्यालियत,
अपनापन,
तेरे दिल में क्या है,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान

Language: Hindi
29 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
माँ का जग उपहार अनोखा
माँ का जग उपहार अनोखा
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
पंछियों का कलरव सुनाई ना देगा
पंछियों का कलरव सुनाई ना देगा
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
शिक्षक (कुंडलिया )
शिक्षक (कुंडलिया )
Ravi Prakash
कविता माँ काली का गद्यानुवाद
कविता माँ काली का गद्यानुवाद
दुष्यन्त 'बाबा'
सफाई इस तरह कुछ मुझसे दिए जा रहे हो।
सफाई इस तरह कुछ मुझसे दिए जा रहे हो।
Manoj Mahato
आत्मरक्षा
आत्मरक्षा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जीवन
जीवन
नवीन जोशी 'नवल'
Winner
Winner
Paras Nath Jha
मुक्ति मिली सारंग से,
मुक्ति मिली सारंग से,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
आप सभी सनातनी और गैर सनातनी भाईयों और दोस्तों को सपरिवार भगव
आप सभी सनातनी और गैर सनातनी भाईयों और दोस्तों को सपरिवार भगव
SPK Sachin Lodhi
रोशनी का पेड़
रोशनी का पेड़
Kshma Urmila
मुझे अंदाज़ है
मुझे अंदाज़ है
हिमांशु Kulshrestha
"ऐ मेरे बचपन तू सुन"
Dr. Kishan tandon kranti
लम्हा-लम्हा
लम्हा-लम्हा
Surinder blackpen
एक कुंडलिया
एक कुंडलिया
SHAMA PARVEEN
पेशवा बाजीराव बल्लाल भट्ट
पेशवा बाजीराव बल्लाल भट्ट
Ajay Shekhavat
पहाड़ की सोच हम रखते हैं।
पहाड़ की सोच हम रखते हैं।
Neeraj Agarwal
कम से कम दो दर्जन से ज़्यादा
कम से कम दो दर्जन से ज़्यादा
*Author प्रणय प्रभात*
3149.*पूर्णिका*
3149.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
***वारिस हुई***
***वारिस हुई***
Dinesh Kumar Gangwar
राम को कैसे जाना जा सकता है।
राम को कैसे जाना जा सकता है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
आदिकवि सरहपा।
आदिकवि सरहपा।
Acharya Rama Nand Mandal
*छाया कैसा  नशा है कैसा ये जादू*
*छाया कैसा नशा है कैसा ये जादू*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
रामबाण
रामबाण
Pratibha Pandey
निर्णय लेने में
निर्णय लेने में
Dr fauzia Naseem shad
योगी?
योगी?
Sanjay ' शून्य'
मां के हाथ में थामी है अपने जिंदगी की कलम मैंने
मां के हाथ में थामी है अपने जिंदगी की कलम मैंने
कवि दीपक बवेजा
"स्कूल चलो अभियान"
Dushyant Kumar
इतने दिनों बाद आज मुलाकात हुईं,
इतने दिनों बाद आज मुलाकात हुईं,
Stuti tiwari
Loading...