एक तुम्हारे होने से…!!
पवन सुहानी लगती है,
एक तुम्हारे होने से…!!
ऋतु मस्तानी लगती है,
एक तुम्हारे होने से…!!
पुष्प हृदय में खिलते हैं,
एक तुम्हारे होने से…!
चंद मधुर पल मिलते हैं,
एक तुम्हारे होने से…!!
मन में भाव उमड़ते हैं,
एक तुम्हारे होने से…!!
नैनों में सपने पलते हैं,
एक तुम्हारे होने से…!!
हरियाला सावन होता है,
एक तुम्हारे होने से…!!
आनंदित जीवन होता है,
एक तुम्हारे होने से…!!
साथ तुम्हारे जीवन ऐ साथी,
तुम बिन है हर खुशी अधूरी..!!
जीवन का हर पल जीवंत है,
एक तुम्हारे होने से…..!!!!
रचनाकार : कंचन खन्ना
मुरादाबाद, (उ०प्र०, भारत)।
सर्वाधिकार, सुरक्षित (रचनाकार)।
दिनांक :- २३/०८/२०२२.