Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Dec 2018 · 1 min read

उसकी आंखें

उभर आती है जब भी
तस्वीर प्यार की
खिलखिला जाती है
मुस्करा जाती हैं आंखें उसकी ।

ख्याल दिल के जब भी
मचल जाते हैं
बहक जाती हैं
शरमा जाती हैं आंखें उसकी ।

टूटती है उम्मीद जब भी
उसे पाने की
रूठ जाती हैं
रूला जाती हैं आंखें उसकी ।

जिक्र होता है जब भी
उन दिनो का
डबडबा जाती हैं
भीग जाती हैं आंखें उसकी ।।

राज विग 01.12.2018.

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 342 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*खाओ जामुन खुश रहो ,कुदरत का वरदान* (कुंडलिया)
*खाओ जामुन खुश रहो ,कुदरत का वरदान* (कुंडलिया)
Ravi Prakash
चिकने घड़े
चिकने घड़े
ओनिका सेतिया 'अनु '
पागल मन कहां सुख पाय ?
पागल मन कहां सुख पाय ?
goutam shaw
बापू के संजय
बापू के संजय
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
खंडकाव्य
खंडकाव्य
Suryakant Dwivedi
जय प्रकाश
जय प्रकाश
Jay Dewangan
सावन में तुम आओ पिया.............
सावन में तुम आओ पिया.............
Awadhesh Kumar Singh
गांव की बात निराली
गांव की बात निराली
जगदीश लववंशी
आ जाओ घर साजना
आ जाओ घर साजना
लक्ष्मी सिंह
मेरा गुरूर है पिता
मेरा गुरूर है पिता
VINOD CHAUHAN
सच हकीकत और हम बस शब्दों के साथ हैं
सच हकीकत और हम बस शब्दों के साथ हैं
Neeraj Agarwal
होली आ रही है रंगों से नहीं
होली आ रही है रंगों से नहीं
Ranjeet kumar patre
तू एक फूल-सा
तू एक फूल-सा
Sunanda Chaudhary
Hum mom ki kathputali to na the.
Hum mom ki kathputali to na the.
Sakshi Tripathi
மழையின் சத்தத்தில்
மழையின் சத்தத்தில்
Otteri Selvakumar
"विश्वास"
Dr. Kishan tandon kranti
ऐ मां वो गुज़रा जमाना याद आता है।
ऐ मां वो गुज़रा जमाना याद आता है।
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
अयोध्या धाम तुम्हारा तुमको पुकारे
अयोध्या धाम तुम्हारा तुमको पुकारे
Harminder Kaur
भारत के बदनामी
भारत के बदनामी
Shekhar Chandra Mitra
2877.*पूर्णिका*
2877.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बहादुर बेटियाँ
बहादुर बेटियाँ
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
डोला कड़वा -
डोला कड़वा -
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
संवेदनशील होना किसी भी व्यक्ति के जीवन का महान गुण है।
संवेदनशील होना किसी भी व्यक्ति के जीवन का महान गुण है।
Mohan Pandey
इंसानियत का एहसास
इंसानियत का एहसास
Dr fauzia Naseem shad
मौसम तुझको देखते ,
मौसम तुझको देखते ,
sushil sarna
*चल रे साथी यू॰पी की सैर कर आयें*🍂
*चल रे साथी यू॰पी की सैर कर आयें*🍂
Dr. Vaishali Verma
*आ गये हम दर तुम्हारे दिल चुराने के लिए*
*आ गये हम दर तुम्हारे दिल चुराने के लिए*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
When the destination,
When the destination,
Dhriti Mishra
#प्रथम_स्मृति_दिवस
#प्रथम_स्मृति_दिवस
*Author प्रणय प्रभात*
करें आराधना मां की, आ गए नौ दिन शक्ति के।
करें आराधना मां की, आ गए नौ दिन शक्ति के।
umesh mehra
Loading...