Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Aug 2020 · 1 min read

उनके नाम कि कीर्तन में गुजरते हैं सुबहो साम मेरे

उनके नाम कि कीर्तन में गुजरते हैं सुबहो साम मेरे
उनकी भक्ति करके पुरे हो जाते हैं चारों धाम मेरे

तुमने कह दिया बस इमाम-ए-हिंद उनको
मेरे लिए तो खुदा हैं राम मेरे

हम भी तुम्हारे अकिदे की इज्जत में साहब कहते हैं
और तुमने जानबूझकर बिगाडे़ हैं नाम मेरे

मेरे खुदा को इंसान के बराबर कह दिया तुमने
और कितना करोगे खुदा को बदनाम मेरे

ये हमदर्दी का दिखावा मत करो खबरों में
वर्ना आजतक तो बस बिगाडे़ हैं तुमने काम मेरे

अपने खुदा की ईवादत का ईवादतखाना बनाने के काबिल हैं हम
तनहा भक्त है राम का और हैं श्रीराम मेरे

2 Likes · 403 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*संसार में कितनी भॅंवर, कितनी मिलीं मॅंझधार हैं (हिंदी गजल)*
*संसार में कितनी भॅंवर, कितनी मिलीं मॅंझधार हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
वट सावित्री
वट सावित्री
लक्ष्मी सिंह
इंद्रधनुष सा यह जीवन अपना,
इंद्रधनुष सा यह जीवन अपना,
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
Speciality comes from the new arrival .
Speciality comes from the new arrival .
Sakshi Tripathi
भाव - श्रृँखला
भाव - श्रृँखला
Shyam Sundar Subramanian
धड़कन धड़कन ( गीत )
धड़कन धड़कन ( गीत )
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
■ मनोरोग का क्या उपचार...?
■ मनोरोग का क्या उपचार...?
*Author प्रणय प्रभात*
ट्रेन दुर्घटना
ट्रेन दुर्घटना
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
#मैथिली_हाइकु
#मैथिली_हाइकु
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
ये दिन है भारत को विश्वगुरु होने का,
ये दिन है भारत को विश्वगुरु होने का,
शिव प्रताप लोधी
सारा रा रा
सारा रा रा
Sanjay ' शून्य'
मुरली कि धुन
मुरली कि धुन
Anil chobisa
When conversations occur through quiet eyes,
When conversations occur through quiet eyes,
पूर्वार्थ
Chehre se sundar nhi per,
Chehre se sundar nhi per,
Vandana maurya
এটি একটি সত্য
এটি একটি সত্য
Otteri Selvakumar
ज़माना इश्क़ की चादर संभारने आया ।
ज़माना इश्क़ की चादर संभारने आया ।
Phool gufran
💐प्रेम कौतुक-524💐
💐प्रेम कौतुक-524💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कामयाब लोग,
कामयाब लोग,
नेताम आर सी
" आज चाँदनी मुस्काई "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
*यूं सताना आज़माना छोड़ दे*
*यूं सताना आज़माना छोड़ दे*
sudhir kumar
रमेशराज की विरोधरस की मुक्तछंद कविताएँ—2.
रमेशराज की विरोधरस की मुक्तछंद कविताएँ—2.
कवि रमेशराज
अजर अमर सतनाम
अजर अमर सतनाम
Dr. Kishan tandon kranti
दूर ...के सम्बंधों की बात ही हमलोग करना नहीं चाहते ......और
दूर ...के सम्बंधों की बात ही हमलोग करना नहीं चाहते ......और
DrLakshman Jha Parimal
!..............!
!..............!
शेखर सिंह
राजनीति में ना प्रखर,आते यह बलवान ।
राजनीति में ना प्रखर,आते यह बलवान ।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
"खामोशी की गहराईयों में"
Pushpraj Anant
राम तुम्हारे नहीं हैं
राम तुम्हारे नहीं हैं
Harinarayan Tanha
अपने  ही  हाथों  से अपना, जिगर जलाए बैठे हैं,
अपने ही हाथों से अपना, जिगर जलाए बैठे हैं,
Ashok deep
नेह निमंत्रण नयनन से, लगी मिलन की आस
नेह निमंत्रण नयनन से, लगी मिलन की आस
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
लिख रहा हूं कहानी गलत बात है
लिख रहा हूं कहानी गलत बात है
कवि दीपक बवेजा
Loading...