Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#9 Trending Author
Dr. Kishan tandon kranti
290 Followers
Follow
Report this post
16 Oct 2024 · 1 min read
“उतर रहा मन”
“उतर रहा मन”
उतर रहा मन
गहरे कहीं बहुत गहरे
मौन में,
जहाँ सिर्फ मैं हूँ
और सिर्फ तुम।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
2 Likes
·
2 Comments
· 37 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like these posts
कविता
Rambali Mishra
जिंदगी की खोज
CA Amit Kumar
बचपन में लिखते थे तो शब्द नहीं
VINOD CHAUHAN
..
*प्रणय*
हंसना - रोना
manjula chauhan
ये सोहबत तुम्हारी नई-नई वफ़ाओं से है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चंद दोहा
सतीश तिवारी 'सरस'
सारा दिन गुजर जाता है खुद को समेटने में,
शेखर सिंह
इस देश की हालत क्या होगी ... ?
Sunil Suman
मिट्टी के दीए
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
एक गीत
Shweta Soni
"दलबदलू"
Dr. Kishan tandon kranti
यूं ही नहीं होते हैं ये ख्वाब पूरे,
Shubham Pandey (S P)
दिल में इश्क भरा है
Surinder blackpen
यू ही बीत जाने वाले रातें नहीं है ये
"एकांत "उमेश*
कलियों से बनते फूल हैँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
I9BET là nhà cái cá cược trực tuyến đình đám trên thị trường
I9BET
अनुगामी
Davina Amar Thakral
करें नही अस्तित्व का,
RAMESH SHARMA
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-150 से चुने हुए श्रेष्ठ 11 दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मै अकेला न था राह था साथ मे
Vindhya Prakash Mishra
न ढूंढ़ मेरा किरदार दुनियां की भीड़ में..
पूर्वार्थ
महबूबा से
Shekhar Chandra Mitra
भावना का कलश खूब
surenderpal vaidya
4311💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मन को समझाने
sushil sarna
मैं - बस मैं हूँ
Usha Gupta
तुम हो तो....
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
ग़र हो इजाजत
हिमांशु Kulshrestha
फिर सिमट कर बैठ गया हूं अपने में,
Smriti Singh
Loading...