ईश्वर की आँखों में
ईश्वर की आँखों में
बहते हुए आँसू
नहीं देखा आज तक
ना ही उनकी देह पर
पसीने की बूंदें,
फिर भी कहते लोग
व्याप्त है वह
इस जगत में समूचे,
कोई जवाब भी न दिया
जब भी हमने
कोई सवाल उनसे पूछे।
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
श्रेष्ठ लेखक के रूप में
विश्व रिकॉर्ड में दर्ज।