Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Sep 2023 · 1 min read

ईश्वर का उपहार है बेटी, धरती पर भगवान है।

ईश्वर का आशीष है बेटी, मानवता को वरदान है।
बेटी ही जग जननी है,सकल गुणों की खान है।।
होती हैं जिस घर में बेटियां, वो घर स्वर्ग समान है।
खुशियां ही खुशियां वसती हैं, और वसते भगवान हैं।।
नहीं जहां बेटी का आदर,वो घर भूतहा मकान है।
सकल दुखों घर है वो, वसते अंधकार अज्ञान है।।
दुनिया बालों आंखें खोलो,बेटी बेटों से महान हैं।
आदर सम्मान से वेटी के, खुश होते भगवान हैं।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 157 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
■ होशियार भून रहे हैं। बावले भुनभुना रहे हैं।😊
■ होशियार भून रहे हैं। बावले भुनभुना रहे हैं।😊
*Author प्रणय प्रभात*
💐Prodigy Love-49💐
💐Prodigy Love-49💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
प्यार का बँटवारा
प्यार का बँटवारा
Rajni kapoor
लम्हें हसीन हो जाए जिनसे
लम्हें हसीन हो जाए जिनसे
शिव प्रताप लोधी
माना दौलत है बलवान मगर, कीमत समय से ज्यादा नहीं होती
माना दौलत है बलवान मगर, कीमत समय से ज्यादा नहीं होती
पूर्वार्थ
शाहकार (महान कलाकृति)
शाहकार (महान कलाकृति)
Shekhar Chandra Mitra
गुरु बिन गति मिलती नहीं
गुरु बिन गति मिलती नहीं
अभिनव अदम्य
*** अरमान....!!! ***
*** अरमान....!!! ***
VEDANTA PATEL
यह धरती भी तो, हमारी एक माता है
यह धरती भी तो, हमारी एक माता है
gurudeenverma198
जिंदगी बस एक सोच है।
जिंदगी बस एक सोच है।
Neeraj Agarwal
कहो तुम बात खुलकर के ,नहीं कुछ भी छुपाओ तुम !
कहो तुम बात खुलकर के ,नहीं कुछ भी छुपाओ तुम !
DrLakshman Jha Parimal
हर जगह तुझको मैंने पाया है
हर जगह तुझको मैंने पाया है
Dr fauzia Naseem shad
कुछ अजीब सा चल रहा है ये वक़्त का सफ़र,
कुछ अजीब सा चल रहा है ये वक़्त का सफ़र,
Shivam Sharma
चिन्ता और चिता मे अंतर
चिन्ता और चिता मे अंतर
Ram Krishan Rastogi
मेरे भी थे कुछ ख्वाब
मेरे भी थे कुछ ख्वाब
Surinder blackpen
🔥आँखें🔥
🔥आँखें🔥
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
" ढले न यह मुस्कान "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
जो पड़ते हैं प्रेम में...
जो पड़ते हैं प्रेम में...
लक्ष्मी सिंह
अतीत कि आवाज
अतीत कि आवाज
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
पहला खत
पहला खत
Mamta Rani
3014.*पूर्णिका*
3014.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सुनो - दीपक नीलपदम्
सुनो - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
.        ‼️🌹जय श्री कृष्ण🌹‼️
. ‼️🌹जय श्री कृष्ण🌹‼️
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
कितने बड़े हैवान हो तुम
कितने बड़े हैवान हो तुम
मानक लाल मनु
मैने प्रेम,मौहब्बत,नफरत और अदावत की ग़ज़ल लिखी, कुछ आशार लिखे
मैने प्रेम,मौहब्बत,नफरत और अदावत की ग़ज़ल लिखी, कुछ आशार लिखे
Bodhisatva kastooriya
!! कोई आप सा !!
!! कोई आप सा !!
Chunnu Lal Gupta
*सबसे अच्छे मूर्ख हैं, जग से बेपरवाह (हास्य कुंडलिया)*
*सबसे अच्छे मूर्ख हैं, जग से बेपरवाह (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
"बड़ा सवाल"
Dr. Kishan tandon kranti
कलम
कलम
शायर देव मेहरानियां
सर्द ऋतु का हो रहा है आगमन।
सर्द ऋतु का हो रहा है आगमन।
surenderpal vaidya
Loading...