इश्क़ को बना लूं कलमा
मेरा इश्क है मुकम्मल तुम्ही से मेरे जानी
बना इश्क़ भी इबादत अब मेरी जिंदगानी
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बने तू अग़र मुहब्बत बनू मै तेरी कहानी
इश्क़ को बना लूं कलमा रखूं याद मुजबानी
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कपिल कुमार
02/11/2016