इतिहास
हरेक सभ्यता का आधार है ‘प्रेम’
जिस सभ्यता/वंश ने
प्रेम को शासनाधीन रखना चाहा,
इतिहास साक्षी है
उस सभ्यता के अंत का,
उस सभ्यता के विनाश का!
हरेक सभ्यता का आधार है ‘प्रेम’
जिस सभ्यता/वंश ने
प्रेम को शासनाधीन रखना चाहा,
इतिहास साक्षी है
उस सभ्यता के अंत का,
उस सभ्यता के विनाश का!