Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Sep 2023 · 1 min read

रिशते ना खास होते हैं

रिशते ना खास होते हैं
रिशते ना आम होते हैं
रिश्ते तो बस प्यार के
मोहताज़ होते हैं ॥
धृति

1 Like · 151 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dhriti Mishra
View all
You may also like:
🇭🇺 झाँसी की वीरांगना
🇭🇺 झाँसी की वीरांगना
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मेरी बेटियाँ और उनके आँसू
मेरी बेटियाँ और उनके आँसू
DESH RAJ
रोशनी सूरज की कम क्यूँ हो रही है।
रोशनी सूरज की कम क्यूँ हो रही है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
आलता महावर
आलता महावर
Pakhi Jain
कब मेरे मालिक आएंगे!
कब मेरे मालिक आएंगे!
Kuldeep mishra (KD)
अर्ज किया है
अर्ज किया है
पूर्वार्थ
स्वाल तुम्हारे-जवाब हमारे
स्वाल तुम्हारे-जवाब हमारे
Ravi Ghayal
उड़ानों का नहीं मतलब, गगन का नूर हो जाना।
उड़ानों का नहीं मतलब, गगन का नूर हो जाना।
डॉ.सीमा अग्रवाल
सबसे ज्यादा विश्वासघात
सबसे ज्यादा विश्वासघात
ruby kumari
भक्त मार्ग और ज्ञान मार्ग
भक्त मार्ग और ज्ञान मार्ग
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
हुआ बुद्ध धम्म उजागर ।
हुआ बुद्ध धम्म उजागर ।
Buddha Prakash
*बीमारी न छुपाओ*
*बीमारी न छुपाओ*
Dushyant Kumar
जिन्दगी ....
जिन्दगी ....
sushil sarna
हुकुम की नई हिदायत है
हुकुम की नई हिदायत है
Ajay Mishra
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
पहुँचाया है चाँद पर, सफ़ल हो गया यान
पहुँचाया है चाँद पर, सफ़ल हो गया यान
Dr Archana Gupta
अयोध्या
अयोध्या
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
धन बल पर्याय
धन बल पर्याय
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
प्रदर्शनकारी पराए हों तो लाठियों की। सर्दी में गर्मी का अहसा
प्रदर्शनकारी पराए हों तो लाठियों की। सर्दी में गर्मी का अहसा
*Author प्रणय प्रभात*
मुश्किल घड़ी में मिली सीख
मुश्किल घड़ी में मिली सीख
Paras Nath Jha
यूं तो मेरे जीवन में हंसी रंग बहुत हैं
यूं तो मेरे जीवन में हंसी रंग बहुत हैं
हरवंश हृदय
स्त्री चेतन
स्त्री चेतन
Astuti Kumari
चाह और आह!
चाह और आह!
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
भूखे भेड़िए
भूखे भेड़िए
Shekhar Chandra Mitra
क्या क्या बताए कितने सितम किए तुमने
क्या क्या बताए कितने सितम किए तुमने
Kumar lalit
स्मृतियाँ
स्मृतियाँ
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
जब सब्र आ जाये तो....
जब सब्र आ जाये तो....
shabina. Naaz
*साम वेदना*
*साम वेदना*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सुन्दरता।
सुन्दरता।
Anil Mishra Prahari
याद कितनी खूबसूरत होती हैं ना,ना लड़ती हैं ना झगड़ती हैं,
याद कितनी खूबसूरत होती हैं ना,ना लड़ती हैं ना झगड़ती हैं,
शेखर सिंह
Loading...