“इटरमीडियट कैड़र का ड्रामा प्रतियोगिता”
डॉ लक्ष्मण झा परिमल
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मध्यवर्ती चरण संवर्ग प्रशिक्षण (इटरमीडियट कैड़र) सीनियर नॉन कॉमिशनड ऑफिसर के लिए तत्कालीन AMC CENTRE & COLLEGE, LUCKNOW में दो महीने की होती थी ! जिन्हें सीनियर नॉन कॉमिशनड ऑफिसर बनना होता था उन्हें मिलिटरी ट्रेनिंग दी जाती थी ! इसे सेवा की द्वितीय प्रशिक्षण कह सकते हैं ! भर्ती के बाद लगभग 10 सालों के अंतर्गत यह अवसर प्राप्त होता था ! ट्रेनिंग की सारी विधा फिर से दुहराई जाती थी ! फ़िज़िकल ट्रेनिंग ,राइफल ट्रेनिंग ,ड्रिल ,कमांड एंड कंट्रोल ,इंडिविदूयल प्रैक्टिस ,सेरोमोनियल परेड,मैप रीडिंग ,हाइजिन एंड सेनीटेशन और फ़र्स्ट एड्स मुख्यतः इन विषयों का प्रशिक्षण होता था !
मध्यवर्ती चरण संवर्ग प्रशिक्षण (इटरमीडियट कैड़र) 2 मिलिटरी ट्रेनिंग बटैलियन के अंतर्गत होता था ! भारत के तमाम सैनिक चिकित्सालय ,डेंटल सेंटर ,फील्ड हॉस्पिटल ,मेडिकल डिपो ,स्टेशन हैल्थ ओरगेनाजेशन ,रेकॉर्ड्स ऑफिस ,मेडिकल ब्रांच और इ0 आर0 इ0 मेडिकल स्टाफ को Records AMC दो महीने पहले इटरमीडियट कैड़र के लोगों का लिस्ट भेज देता था !
मेरा नाम मार्च 1982 वाले प्रशिक्षण में आ गया ! उस समय मैं सैनिक चिकित्सालय किरकी (पुणे) में पोस्टेड था ! 15 मार्च 1982 को लखनऊ के लिए प्रस्थान किया ! संयोग तो देखिये जिस छत के नीचे रहकर 1972 में मैंने अपनी बेसिक ट्रेनिंग की थी उसी छत के नीचे आज अपने समकालीन मित्र भारत के कोने – कोने से पहुँचने लगे ! वही RR Platoon जो E COY के अंतर्गत आता था ! इन दस सालों में कुछ नहीं बदला !
Lt (NTR) R P Naidu इटरमीडियट कैड़र के Company Commander थे! उनके नेतृत्व में हमलोगों ने इटरमीडियट कैड़र प्रशिक्षण प्रारम्भ किया ! हमलोग करीब 200 प्रशिक्षणार्थी थे ! A B C D चार Wings बनाए गए ! मैं C Wing में था ! ट्रेनिंग होती रही ! 3 बजे अंधेरे सुबह जगना ! सब मिलकर सम्पूर्ण कैड़र कम्पाउण्ड की सफाई करना ! अपने बेरेक को अनुशासन पूर्वक सजाना और फिर दोपहर 1230 तक प्रशिक्षण करना यह रूटीन था ! 2 बजे दोपहर से फिर साफ सफाई की जाती थी ! 4 बजे खेल -कूद ,नहाना और लंगर में खाना खाकर 6.30 शाम को ROLL CALL में शरीक होना पड़ता था !
ठीक एक महीने बाद Roll Call में ड्यूटि ऑफिसर ने आदेश सुनाया,–
” आपलोगों के प्रशिक्षण के साथ -साथ एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है ! इस प्रतियोगिता में हर WING अपनी -अपनी टीम का प्रदर्शन करेंगे ! इस प्रतियोगिता का नाम है “ड्रामा” ! हरेक WING अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे ! यह ड्रामा संगीत ,प्रहसन ,लघु- नाटक ,मिमिकरी और गायन से भरपूर होना चाहिए ! चारों टीम को आधा -आधा घंटा मिलेगा ! आज 12 अप्रैल है ! ठीक 12 मई को शाम 7 बजे से 9 बजे तक आप लोगों का सांस्कृतिक ड्रामा होगा ! तैयारी शुरू कर दें ! कोई शक ?”
ROLL CALL विसर्जन के बाद लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई ! उन दिनों मनोरंजन के सीमित साधन थे ! फिल्म, ड्रामा और सांस्कृतिक कार्यक्रम को देखकर लोग मनोरंजन करते थे ! मनोरंजन के साथ -साथ यह चारों WINGS के लिए प्रतिस्पर्धा की बात हो गई ! लोग एक दूसरे को भर्ती के समय से पहचानते थे ! एक दूसरे की प्रतिभाओं को जानते थे ! हमारे WING का सीनियर सोबन सिंह बिष्ट था ! सोबन सिंह बिष्ट ने कहा ,—-
” तुमलोग घबड़ाते क्यों हो ? हमारे पास जब तक झा है तब तक हमें चिंता नहीं होनी चाहिए ! वह सब संभाल लेगा !”
सब लोगों ने जब मेरा नाम लिया तो मुझे अपनी जिम्मेदारिओं का एहसास हुआ ! यह प्रतिष्ठा का प्रश्न था ! सारे WING इस प्रतियोगिता में भाग लेंगे ! और इन्हीं WINGS में से एक WING विजयी बनेगा ! मैंने अपने WING से 10 साथियों को चुना ! यूनिट मंदिर से संगीत के वाध्य यंत्र मिले ! रात को 2 घंटे हमलोग रिहर्सल करते थे ! यह एक variety entertainment programme था ! ओप्पेनिंग देशभक्ति गीत ,लघु प्रहसन , गाने , चुट्कुले इत्यादि का समावेश किया गया !
2 मिलिटरी ट्रेनिंग बटैलियन के PT ग्राउंड में स्टेज बना ! 11 मई फ़ाइनल से एक दिन पहले फुल्ल ड्रेस रिहर्सल हुआ ! कंपनी कमांडर ने अपनी मंजूरी दे दी ! और हमलोगों को कुछ हिदायत और आदेश देते हुये कहा ,—-
” आपलोगों को सिर्फ आधा घंटा दिया गया है ! विभिन्य बटैलियन से एक -एक ऑफिसर आप लोगों के जज रहेंगे ! आपके पेरफोरमेनस पर आपको नंबर दिये जाएंगे ! प्रोग्राम्म के अंत में विजयी WING को पुरस्कार दिया जाएगा !”
12 मई को हमें फ्री छोड़ दिया गया ! दिल में धुकधुकी सी लगी हुयी थी ! मुझे ही Announce करना था और ड्रेस बदलकर अपने साथियों के साथ अभिनय भी करना था ! हमारे दोस्त भी काफी ऊहापोह की स्थिति में थे ! मैंने उन्हें ढाढ़स दिया ,–
” देखिये , पंडाल की रोशनी बुझी रहेगी और सारी रोशनी हमलोगों पर टिकी रहेगी ! आप अपना अभिनय बेहिचक करते रहें ! आप सोचें पंडाल में कोई नहीं हैं ! फिर मैं तो आपके साथ हूँ !”
शाम 5 बजे ही हम पहुँच गए ! स्टेज के पीछे हमलोगों ने अपना -अपना मेक -अप कर लिया था ! पता लगा दर्शकगण आ गए हैं ! 7 बजे प्रोग्राम शुरू हो गया ! एक -एक करके सब विंग ने अपना प्रदर्शन किया ! बस लोगों की तालियों को ही हमलोगों ने सुना !
प्रोग्राम के अंत में बटैलियन कमांडर स्टेज पर आकार हमलोगों से हाथ मिलाया और प्रशंसा को दो शब्द उन्होंने कहा,—–
” इटरमीडियट कैड़र के सभी WINGS ने अपना प्रदर्शन बहुत ही सुंदर किया ! मनोरंजन का महत्व हरेक जगह है और आर्मी में एक यही साधन है जिसके प्रयोग से हम सदा खुश रहते हैं ! मेरे पास जूरी के अंक आ गए हैं ! C WING को प्रथम स्थान मिला है और अल्ल राउंडर के पुरस्कार से प्रशिक्षणार्थी लक्ष्मण झा को नवाज़ा जाता है !”
हमलोग एक दूसरे को धन्यवाद देते अपने बेरीक में लौट गए !
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डॉ लक्ष्मण झा परिमल
साउंड हैल्थ क्लीनिक
एस 0 पी 0 कॉलेज रोड
दुमका
झारखंड
30.11.2024