Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Aug 2024 · 1 min read

ग़म

ग़म तो हर कोई लिखता है
हम खुशी लिखते है
चाहे आँखों में हो उदासी
होठों पे हंसी रखते है ….ShabinaZ

Language: Hindi
1 Like · 132 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from shabina. Naaz
View all

You may also like these posts

मंगला गौरी
मंगला गौरी
Rambali Mishra
आज कृष्ण जन्माष्टमी, मोदभरे सब लोग।
आज कृष्ण जन्माष्टमी, मोदभरे सब लोग।
डॉ.सीमा अग्रवाल
बाबा! बळ बुधि देवजौ, पट हिरदै रा खोल।
बाबा! बळ बुधि देवजौ, पट हिरदै रा खोल।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
सफलता
सफलता
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
जिंदगी का आखिरी सफर
जिंदगी का आखिरी सफर
ओनिका सेतिया 'अनु '
हर पाँच बरस के बाद
हर पाँच बरस के बाद
Johnny Ahmed 'क़ैस'
दीप ऐसा जले
दीप ऐसा जले
लक्ष्मी सिंह
हँसते गाते हुए
हँसते गाते हुए
Shweta Soni
कांटें हों कैक्टस  के
कांटें हों कैक्टस के
Atul "Krishn"
जवानी
जवानी
Bodhisatva kastooriya
" दिल "
Dr. Kishan tandon kranti
नभ के चमकते तारे तो बन गए ! प्रकाश सभी तारों में विद्धमान है
नभ के चमकते तारे तो बन गए ! प्रकाश सभी तारों में विद्धमान है
DrLakshman Jha Parimal
इम्तिहान
इम्तिहान
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
एक तरफा दोस्ती की कीमत
एक तरफा दोस्ती की कीमत
SHAMA PARVEEN
This Is Hope
This Is Hope
Otteri Selvakumar
रोशनी और कुदरत की सोच रखते हैं।
रोशनी और कुदरत की सोच रखते हैं।
Neeraj Kumar Agarwal
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
जिंदगी छोटी बहुत,घटती हर दिन रोज है
जिंदगी छोटी बहुत,घटती हर दिन रोज है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
गुजरे हुए लम्हात को का याद किजिए
गुजरे हुए लम्हात को का याद किजिए
VINOD CHAUHAN
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*प्रणय प्रभात*
काश! मेरे पंख होते
काश! मेरे पंख होते
Adha Deshwal
मौसम बरसात का
मौसम बरसात का
Shutisha Rajput
हो जाएँ नसीब बाहें
हो जाएँ नसीब बाहें
सिद्धार्थ गोरखपुरी
दोहे
दोहे
s.g.n.30360
जो हमने पूछा कि...
जो हमने पूछा कि...
Anis Shah
कहानी ....
कहानी ....
sushil sarna
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
भिंडी ने रपट लिखाई (बाल कविता )
भिंडी ने रपट लिखाई (बाल कविता )
Ravi Prakash
बिगड़े हुए मुकद्दर पर मुकदमा चलवा दो...
बिगड़े हुए मुकद्दर पर मुकदमा चलवा दो...
Niharika Verma
Loading...