Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 May 2024 · 1 min read

इंद्रदेव समझेंगे जन जन की लाचारी

रोज ब रोज होते जा रहे
गर्मी के तेवर अति कड़क
लू की लपटें सुखा रही हैं
जीवों, जंतुओं का हलक
सूर्यदेव के ताप से विकल
हुए हर शहर,गांव के लोग
हाट-बाजारों में दोपहर में
दिखें सन्नाटे के ही संयोग
बिजली की आवाजाही से
हो जाते सब खासे परेशान
आपूर्ति बाधित होने पर वे
कोसें व्यवस्था को खुलेआम
ऐसे में जब उन्हें दिखता है
कभी बादलों भरा आकाश
उनके मन को दिलासा देता
प्रकृति का बदलाव अनायास
मेघों से फुहारों की राह तक रहे
बुंदेलखंड के सब नर औ नारी
उम्मीद संजोए बैठे कि इंद्रदेव
समझेंगे जन जन की लाचारी
जरूरतों के लिहाज से क्षेत्र में
जल की उपलब्धता बहुत कम
जल प्रबंधन की खामियां कर
देती अधिकांश की नाक में दम
जल संरक्षण और प्रबंधन को
लेकर जरूरी सघन अभियान
ताकि जल को व्यर्थ न बर्बाद
करें क्षेत्र के सभी आम इंसान

Language: Hindi
28 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
🙅विषम-विधान🙅
🙅विषम-विधान🙅
*प्रणय प्रभात*
प्यार समंदर
प्यार समंदर
Ramswaroop Dinkar
निष्कर्ष
निष्कर्ष
Dr. Kishan tandon kranti
जय जय नंदलाल की ..जय जय लड्डू गोपाल की
जय जय नंदलाल की ..जय जय लड्डू गोपाल की"
Harminder Kaur
हर इश्क में रूह रोता है
हर इश्क में रूह रोता है
Pratibha Pandey
आमदनी ₹27 और खर्चा ₹ 29
आमदनी ₹27 और खर्चा ₹ 29
कार्तिक नितिन शर्मा
कजरी
कजरी
प्रीतम श्रावस्तवी
कितना दूर जाना होता है पिता से पिता जैसा होने के लिए...
कितना दूर जाना होता है पिता से पिता जैसा होने के लिए...
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
ਸੰਵਿਧਾਨ ਦੀ ਆਤਮਾ
ਸੰਵਿਧਾਨ ਦੀ ਆਤਮਾ
विनोद सिल्ला
कुंडलिनी छंद
कुंडलिनी छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
राम विवाह कि मेहंदी
राम विवाह कि मेहंदी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जाओ तेइस अब है, आना चौबिस को।
जाओ तेइस अब है, आना चौबिस को।
सत्य कुमार प्रेमी
ठंडक
ठंडक
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
"फितरत"
Ekta chitrangini
आओ हम सब मिल कर गाएँ ,
आओ हम सब मिल कर गाएँ ,
Lohit Tamta
भुलाया ना जा सकेगा ये प्रेम
भुलाया ना जा सकेगा ये प्रेम
The_dk_poetry
*भारत माता की महिमा को, जी-भर गाते मोदी जी (हिंदी गजल)*
*भारत माता की महिमा को, जी-भर गाते मोदी जी (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
करवाचौथ
करवाचौथ
Neeraj Agarwal
!! दो अश्क़ !!
!! दो अश्क़ !!
Chunnu Lal Gupta
बलिदानी सिपाही
बलिदानी सिपाही
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
तुलनात्मक अध्ययन एक अपराध-बोध
तुलनात्मक अध्ययन एक अपराध-बोध
Mahender Singh
शिक्षक जब बालक को शिक्षा देता है।
शिक्षक जब बालक को शिक्षा देता है।
Kr. Praval Pratap Singh Rana
जन्मपत्री / मुसाफ़िर बैठा
जन्मपत्री / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
अकेले हुए तो ये समझ आया
अकेले हुए तो ये समझ आया
Dheerja Sharma
इसकी वजह हो तुम, खता मेरी नहीं
इसकी वजह हो तुम, खता मेरी नहीं
gurudeenverma198
शिव रात्रि
शिव रात्रि
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बाल कविता: 2 चूहे मोटे मोटे (2 का पहाड़ा, शिक्षण गतिविधि)
बाल कविता: 2 चूहे मोटे मोटे (2 का पहाड़ा, शिक्षण गतिविधि)
Rajesh Kumar Arjun
हरिगीतिका छंद विधान सउदाहरण ( श्रीगातिका)
हरिगीतिका छंद विधान सउदाहरण ( श्रीगातिका)
Subhash Singhai
जीवन की विषम परिस्थितियों
जीवन की विषम परिस्थितियों
Dr.Rashmi Mishra
Loading...