Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Mar 2024 · 1 min read

*भारत माता की महिमा को, जी-भर गाते मोदी जी (हिंदी गजल)*

भारत माता की महिमा को, जी-भर गाते मोदी जी (हिंदी गजल)
_______________________
1)
भारत माता की महिमा को, जी-भर गाते मोदी जी
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा, शुभ करवाते मोदी जी
2)
पूजन कर सैंगोल बिठाया, लोकतंत्र के मंदिर में
नया भवन संसद का ऋषियों, सा बनवाते मोदी जी
3)
ढही तीन सौ सत्तर धारा, राष्ट्रवाद की ऑंधी में
काशमीर शत-प्रतिशत भारत, में मिलवाते मोदी जी
4)
अत्याचार मिले थे जिनको, क्रूर पाक के चंगुल में
उन्हें नागरिकता भारत की, हैं दिलवाते मोदी जी
5)
गया चॉंद पर यान हमारा, गाड़ा झंडा भारत का
वैज्ञानिक शिखरों पर भारत, यों ले आते मोदी जी
6)
वंदे-भारत एम्स करोड़ों, लोगों को घर दिलवाए
नल से जल भारत के घर-घर, में पहुॅंचाते मोदी जी
7)
कोरोना की भारत ही में, वैक्सीन बनवाई थी
रोग मिटाया जड़ से टीका, मुफ्त लगाते मोदी जी
8)
कोटि-कोटि जनता को राशन, सुलभ हो रहा वर्षों से
यों भारत सरकार आमजन, हित चलवाते मोदी जी
9)
हमें गर्व है यह मोदी जी, हैं प्रधानमंत्री अपने
ईश्वर से वरदान-रूप में, हम सब पाते मोदी जी
—————————————-
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

32 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
जीवनमंथन
जीवनमंथन
Shyam Sundar Subramanian
मासूमियत की हत्या से आहत
मासूमियत की हत्या से आहत
Sanjay ' शून्य'
3108.*पूर्णिका*
3108.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
💐प्रेम कौतुक-170💐
💐प्रेम कौतुक-170💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अब मै ख़ुद से खफा रहने लगा हूँ
अब मै ख़ुद से खफा रहने लगा हूँ
Bhupendra Rawat
पहले आप
पहले आप
Shivkumar Bilagrami
"तोहफा"
Dr. Kishan tandon kranti
फांसी के तख्ते से
फांसी के तख्ते से
Shekhar Chandra Mitra
इंसान और कुता
इंसान और कुता
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मेरा गांव
मेरा गांव
Anil "Aadarsh"
अजीब सूरते होती है
अजीब सूरते होती है
Surinder blackpen
मुक्तक- जर-जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले।
मुक्तक- जर-जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले।
सत्य कुमार प्रेमी
खेत -खलिहान
खेत -खलिहान
नाथ सोनांचली
जब चांद चमक रहा था मेरे घर के सामने
जब चांद चमक रहा था मेरे घर के सामने
shabina. Naaz
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
" तुम्हारी जुदाई में "
Aarti sirsat
तेरी मेरी तस्वीर
तेरी मेरी तस्वीर
Neeraj Agarwal
ग़ज़ल- मशालें हाथ में लेकर ॲंधेरा ढूॅंढने निकले...
ग़ज़ल- मशालें हाथ में लेकर ॲंधेरा ढूॅंढने निकले...
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
शिव बन शिव को पूजिए, रखिए मन-संतोष।
शिव बन शिव को पूजिए, रखिए मन-संतोष।
डॉ.सीमा अग्रवाल
■ एक ही सलाह...
■ एक ही सलाह...
*Author प्रणय प्रभात*
जिंदगी एक ख़्वाब सी
जिंदगी एक ख़्वाब सी
डॉ. शिव लहरी
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वो मुझसे आज भी नाराज है,
वो मुझसे आज भी नाराज है,
शेखर सिंह
One day you will leave me alone.
One day you will leave me alone.
Sakshi Tripathi
उम्मीद
उम्मीद
Paras Nath Jha
Childhood is rich and adulthood is poor.
Childhood is rich and adulthood is poor.
सिद्धार्थ गोरखपुरी
टेलीफोन की याद (हास्य व्यंग्य)
टेलीफोन की याद (हास्य व्यंग्य)
Ravi Prakash
हाथ माखन होठ बंशी से सजाया आपने।
हाथ माखन होठ बंशी से सजाया आपने।
लक्ष्मी सिंह
माँ
माँ
नन्दलाल सुथार "राही"
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
साहित्य गौरव
Loading...