Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Oct 2020 · 1 min read

इंदिरा स्मृति

पुण्य तिथि 31 अक्टूबर पर विशेष
इंदिरा स्मृति
(19.11.17-31.10.84)
नेहरु ,कमला की संतान ,
फिरोज गाँधी की जान ,
राजीव,संजय से रत्नों की खान ,
देश की नेता ,देश की शान ,
ये इंदिरा की पहचान |
हृदय विशाल ,सागर सी गहरी ,
हिम शिखरों की थी रानी ,
निडर ,साहसी और देश भक्त ,
ऐसी थी इंदिरा दीवानी |
सर्व धर्म की थी रक्षक ,
पर्यावरण की भी संरक्षक ,
बीस सूत्रीय कार्यक्रम की प्रणेता ,
इंदिरा थी जन जन की नेता |
एशियाड ,निर्गुट सम्मलेन ,
क्या क्या ना किये तूने आयोजन ,
सांस आखिरी देश पर कुर्बान ,
लौह नारी तू बड़ी महान ,
सब करते तेरा गुणगान ||

Language: Hindi
266 Views

You may also like these posts

मन नहीं होता
मन नहीं होता
Surinder blackpen
Dr Arun Kumar Shastri
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हे प्रभु इतना देना की
हे प्रभु इतना देना की
विकास शुक्ल
दूसरों के हितों को मारकर, कुछ अच्छा बनने  में कामयाब जरूर हो
दूसरों के हितों को मारकर, कुछ अच्छा बनने में कामयाब जरूर हो
Umender kumar
आप में आपका
आप में आपका
Dr fauzia Naseem shad
समायोजन
समायोजन
Shyam Sundar Subramanian
इश्क़ की बात ना कर
इश्क़ की बात ना कर
Atul "Krishn"
सुख दुख तो मन के उपजाए
सुख दुख तो मन के उपजाए
Sanjay Narayan
भागदौड़ भरी जिंदगी
भागदौड़ भरी जिंदगी
Bindesh kumar jha
ज़नहरण घनाक्षरी
ज़नहरण घनाक्षरी
Rambali Mishra
Being an
Being an "understanding person" is the worst kind of thing.
पूर्वार्थ
सुंदर सुंदर कह रहे, सभी यहां पर लोग
सुंदर सुंदर कह रहे, सभी यहां पर लोग
Suryakant Dwivedi
६४बां बसंत
६४बां बसंत
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
चुनरिया हम चढ़ाई कईसे
चुनरिया हम चढ़ाई कईसे
Er.Navaneet R Shandily
23/187.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/187.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दोस्ती
दोस्ती
Neeraj Agarwal
हे ! गणपति महाराज
हे ! गणपति महाराज
Ram Krishan Rastogi
तर्कश से बिना तीर निकाले ही मार दूं
तर्कश से बिना तीर निकाले ही मार दूं
Manoj Mahato
*आया जन्म दिवस मगर, कैसे कह दूॅं हर्ष (कुंडलिया)*
*आया जन्म दिवस मगर, कैसे कह दूॅं हर्ष (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
चुल्लू भर ढूंढा पानी
चुल्लू भर ढूंढा पानी
अरशद रसूल बदायूंनी
अगर हो तुम
अगर हो तुम
शिवम राव मणि
विष बो रहे समाज में सरेआम
विष बो रहे समाज में सरेआम
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
https://vin777.contact/
https://vin777.contact/
VIN 777
भूख का कर्ज
भूख का कर्ज
Sudhir srivastava
कोई पूछे मुझसे
कोई पूछे मुझसे
Swami Ganganiya
Love yourself
Love yourself
आकांक्षा राय
संवेदना
संवेदना
Shalini Mishra Tiwari
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*प्रणय*
*दादी चली गई*
*दादी चली गई*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
क्यों याद तुमको हम कल करेंगे
क्यों याद तुमको हम कल करेंगे
gurudeenverma198
Loading...