सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
चिरकाल तक लहराता अपना तिरंगा रहे
Suryakant Angara Kavi official
राह से भटके लोग अक्सर सही राह बता जाते हैँ
*गुरु जी की मक्खनबाजी (हास्य व्यंग्य)*
*हुई हम से खता,फ़ांसी नहीं*
💐प्रेम कौतुक-434💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
नशे में फिजा इस कदर हो गई।
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आहिस्ता आहिस्ता मैं अपने दर्द मे घुलने लगा हूँ ।
लेती है मेरा इम्तिहान ,कैसे देखिए
हिन्दी की मिठास, हिन्दी की बात,
अश्क तन्हाई उदासी रह गई - संदीप ठाकुर
वक्त
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
दोस्ती ना कभी बदली है ..न बदलेगी ...बस यहाँ तो लोग ही बदल जा
🥀✍अज्ञानी की 🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मेरी शायरी
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
अगर आज किसी को परेशान कर रहे