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2 May 2024 · 1 min read

आप में आपका

इससे बढ़ कर पता नहीं कुछ भी।
आप में आपका नहीं कुछ भी ।

कह भी सकता था अलविदा हमसे ।
उसने हमसे कहा नहीं कुछ भी ।

खुद को देखा है ढूंढ कर हमने ।
हमको खुद में मिला नहीं कुछ भी।

कितने टूटे हैं कितने बाकी है।
ज़िदगी से कहां नहीं कुछ भी ।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
3 Likes · 40 Views
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