Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Aug 2020 · 1 min read

आ जाओ अब कृष्ण कन्हाई,डरा रही है तन्हाई

आ जाओ अब कृष्ण कन्हाई,डरा रही है तन्हाई
अंतर्मन में घना अंधेरा , दिखता नहीं सबेरा
लोभ मोह और काम क्रोध ने, मेरी दुनिया को घेरा
ढेर कंस है कृष्ण कन्हैया, कैसे करूं सफाई
अब तो आ जाओ कृष्ण कन्हाई, डरा रही है तन्हाई
बड़ी हुई है लिप्सा मन की, खबर नहीं है जीवन धन की
घोर तिमिर से ढकी हुई है, आज आत्मा अर्जुन की
हिंसा से आवध्द पथों पर, प्रेम की बंसी हुई पराई
अब तो आ जाओ कृष्ण कन्हाई, डरा रही है तनहाई
बैठा है धृतराष्ट्र हृदय में, कई दुर्योधन पाल रहा
सुनता नहीं कोई बिदुर की, कौंन नीति को पूछ रहा
बंधक है निष्पाप आत्मा, मुक्त करो अब कृष्ण कन्हाई
अब तो आ जाओ कृष्ण कन्हाई, डरा रही है तन्हाई
काबू नहीं कालिया मन का, जहर ह्रदय में भर डाला
अंतहीन इच्छाओं ने, जन मन पर डेरा डाला
नहीं सुरक्षित रहीं गोपियां, कौन करे अब प्रेम सगाई
अब तो आ जाओ कृष्ण कन्हाई, डरा रही है तन्हाई
सूना है मन का वृंदावन, उजड़े कुंज गली और कानन
संकट में आई गौमाता , लाऊं कहां से मिश्री माखन
मन बुद्धि आवध्द है तम से, गीता देती नहीं सुनाई
अब तो आ जाओ कृष्ण कन्हाई, डरा रही है तन्हाई
अब तो आ जाओ कृष्ण कन्हाई

सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
9 Likes · 4 Comments · 225 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
-: चंद्रयान का चंद्र मिलन :-
-: चंद्रयान का चंद्र मिलन :-
Parvat Singh Rajput
कहमुकरी
कहमुकरी
डॉ.सीमा अग्रवाल
रात स्वप्न में दादी आई।
रात स्वप्न में दादी आई।
Vedha Singh
"भीमसार"
Dushyant Kumar
शिव वन्दना
शिव वन्दना
Namita Gupta
मोहब्बत और मयकशी में
मोहब्बत और मयकशी में
शेखर सिंह
Remembering that winter Night
Remembering that winter Night
Bidyadhar Mantry
दुर्जन ही होंगे जो देंगे दुर्जन का साथ ,
दुर्जन ही होंगे जो देंगे दुर्जन का साथ ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
यह कैसा पागलपन?
यह कैसा पागलपन?
Dr. Kishan tandon kranti
भाई हो तो कृष्णा जैसा
भाई हो तो कृष्णा जैसा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
🌹 मैं सो नहीं पाया🌹
🌹 मैं सो नहीं पाया🌹
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
हर दुआ हमेशा और हर हाल में
हर दुआ हमेशा और हर हाल में
*Author प्रणय प्रभात*
*रोज बदलते अफसर-नेता, पद-पदवी-सरकार (गीत)*
*रोज बदलते अफसर-नेता, पद-पदवी-सरकार (गीत)*
Ravi Prakash
बदलते दौर में......
बदलते दौर में......
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
नवम दिवस सिद्धिधात्री,
नवम दिवस सिद्धिधात्री,
Neelam Sharma
Mai apni wasiyat tere nam kar baithi
Mai apni wasiyat tere nam kar baithi
Sakshi Tripathi
*कड़वाहट केवल ज़ुबान का स्वाद ही नहीं बिगाड़ती है..... यह आव
*कड़वाहट केवल ज़ुबान का स्वाद ही नहीं बिगाड़ती है..... यह आव
Seema Verma
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आऊँगा कैसे मैं द्वार तुम्हारे
आऊँगा कैसे मैं द्वार तुम्हारे
gurudeenverma198
नींद
नींद
Diwakar Mahto
कौन यहाँ पर पीर है,
कौन यहाँ पर पीर है,
sushil sarna
अनुशासित रहे, खुद पर नियंत्रण रखें ।
अनुशासित रहे, खुद पर नियंत्रण रखें ।
Shubham Pandey (S P)
प्रायश्चित
प्रायश्चित
Shyam Sundar Subramanian
फ़ेसबुक पर पिता दिवस / मुसाफ़िर बैठा
फ़ेसबुक पर पिता दिवस / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
युद्ध के मायने
युद्ध के मायने
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
मुक्तक
मुक्तक
Rajesh Tiwari
दीदार
दीदार
Vandna thakur
है आँखों में कुछ नमी सी
है आँखों में कुछ नमी सी
हिमांशु Kulshrestha
भजन
भजन
सुरेखा कादियान 'सृजना'
!! फूल चुनने वाले भी‌ !!
!! फूल चुनने वाले भी‌ !!
Chunnu Lal Gupta
Loading...