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8 Aug 2018 · 1 min read

आरक्षण का विरोध

अमन चाहो विरोध करो
❄❄❄❄❄❄❄❄❄❄❄❄❄❄❄
याद करो उनकी कुर्बानी,
जिसने जान गवाई।
आरक्षण की बलि – बेदी पर,
स्वयं की बलि चढाई।।
?????????
व्यर्थ न जाने देना यारों,
आज उनकी कुर्बानी।
सोकर वक्त न जाया करना,
ना करना नादानी।।
?????????
स्वार्थ तनिक भी था न उनका,
फिर भी जान गवाई।
मान दिलाने मेधावी को,
आत्मदाह अपनाई।।
✨✨✨✨✨✨✨✨✨
समय जो रहते सम्हले तो,
मान मिलेगा उनको।
मेधावी सम्मानित होंगे,
आत्मशान्ति जन- जन को।।
?????????
चलो उठो है वक्त अभी वह,
उनको दें श्रद्धांजलि।
आरक्षण का सर्वनाश कर,
दें उनको पुष्पांजलि।।
?????????
नहीं उठे जो आज अभी तो,
वक्त निकल जायेगा।
हाथों में जस बर्फ पिघलता,
हर्ष पिघल जायेगा।।
?????????
“सचिन” कहे अब तो उठ जाओ,
उनको शीश झुकाये।
व्यर्थ ना जाने दें कुर्बानी,
उनका कर्ज चुकाये।।
?????????
सत्य कहें तो उन्हें हमारा,
सत्य नमन ही होगा।
आरक्षण जो मिटा राष्ट्र से,
चहुओर अमन होगा।।
❄❄❄❄❄❄❄❄
✍✍पं.संजीव शुक्ल “सचिन”

Language: Hindi
215 Views
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