आम इंसान
वो मुझ से तो दूर था ही
वो दिल से भी दूर हो गया
तेरी चाहत क्या है
वो खुदा जानता है
मैं एक आम इंसान हूं
शायद
वो मुझे कम पहचानता है
ये तकदीर नहीं मेरे भाई
जो तुझे यूं ही मिल गई
ये किस्मत नहीं
के यूं ही बदल गई
समझा तू नहीं था
तू कल भी वो ही था
आज भी वो ही है
पर तू तो वो नहीं था
जो मैं समझा
पर तू वो ही था
जो तू दीखता नहीं था।
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स्वामी ganganiya