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7 Jun 2023 · 1 min read

आबरू

क्या हैं गरीब की इज्ज़त और क्या है आबरू
कभी तो बंधु होइए,इससे भी रु ब रू,
करते अथक श्रम,भरता न पेट पर
अर्जित धान्य सूदखोर,ले जाता समेटकर।
कुछ रईस करते, इज्जत को तार तार,
मर मर कर जीते वे,जिंदगी हरबार।
मेरा बस ये कहना,उन मानवों से आज,
बहाओ पसीना और सुधारो समाज।
नेक काम ऐसे हो,आज से ही शुरू
ताकि बच सकें,हम सबकी आबरू।

रामनारायण कौरव

Language: Hindi
2 Likes · 442 Views
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