आज ये जनता रुष्ट है ।
आज ये जनता रुष्ट है ,
चुनाव माहौल बड़ा सुस्त है,
दे-दे कर आए हैं वोट,
ऊँगली में स्याही की चोट ।
आज ये जनता………..। ।१।
कर-कर के वादे ये झूठ ,
देते लालच और पैसों की लूट ,
जनहित का रखते नहीं ध्यान ,
घर-घर आते नेताजी आज ।
आज ये जनता………..। ।२।
विकास दिखाते दूर-दूर के ,
बन-ठन कर ये आते हैं ,
माता-बहने-भाई बंधु ,
कह कर के रिश्ते लाते हैं ।
आज ये जनता………..। ।३।
शासन करते मन माफिक ये,
अपनी राग बताते हैं ,
आंखों में धूल झोंक कर,
देश को खोखला कर जाते हैं।
आज ये जनता………..। ।४।
रोजी-रोटी जनता माँगे,
बेरोजगार नवयुवक जागे,
कानून-व्यवस्था रखें आगे,
ऐसा नेता चुन लो अब ।
आज ये जनता………..। ।५।
नेता नहीं सेवक चुने ,
देश की मन की बात सुने ,
शिक्षित सज्जन सदस्य बने ,
जन-जन का विकास करें ।
आज ये जनता………..। ।६।
……#बुद्ध प्रकाश #?