“आज के दौर में”
“आज के दौर में”
आज के दौर में देखो
गुरुओं का
कितना अजीबोगरीब हाल है,
गुरु तो कम हो रहे
मगर बढ़ रहे गुरुघण्टाल है।
“आज के दौर में”
आज के दौर में देखो
गुरुओं का
कितना अजीबोगरीब हाल है,
गुरु तो कम हो रहे
मगर बढ़ रहे गुरुघण्टाल है।