आचरण
आपका दिल है कोमलता की,
अद्भुत एक निशानी।
पलभर में ही दे देतीं,
रोते को हंसी सुहानी।।1।।
घरवालों की सेवा और,
स्कूल का साथ निभाये।
कहें आपका कहना ही क्या
जो सबके मन को भाए।।2।।
सच्चाई अनुशासन है जीवन,
तुम प्रेम त्याग की मूरत हो।
एक नारी के रूप में तुम
साक्षात ईश्वर की सूरत हो।।3।।
बड़ों के आदर मान की रक्षा,
करना तुमको आता है।
अपने स्वाभिमान में जीना,
बस तुमको यही भाता है।।4।।
जीवन में कष्टों के आगे ,
तुमने बस यही ठानी है।
कैसी भी विपदा आ जाए,
बस तुमनें हार न मानी है।।5।।
हम भी तुमसे हुए प्रभावित,
लिख दी हमनें कुछ बातें चार।
इन्हें प्रेम से स्वीकारो तुम,
होगा हम पर यह उपकार।।6।।
स्वरचित
तरुण सिंह पवार