आखिर क्यू ?
हर कोई सिखाना चाहता हैं,
जितना है ज्ञान बताना चाहता है
महाभारत में ये लिखा था,
रामायण में वो लिखा था,
उसने ये कहा था,
उसने वो कहा था,
और ना लिखा हो किसी ने तो,
अपनी कहानी, अपनी जुबानी कह डालते हैं,
क्योंकि वो सिर्फ सिखाना चाहते हैं,
सीखना कोई नहीं चाहता।
क्योंकि सब पंडित हैं,
और हम उनके सामने खंडित हैं ,
हर कोई बदलना चाहता है हमारे किरदार,
लेकिन परखना नहीं है अपना व्यवहार,
क्योंकि सब सिखाना चाहते हैं।
सीखना कोई नहीं चाहता।
:- जय हिन्द
© जसवंत लखारा