Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 May 2024 · 1 min read

आकांक्षा : उड़ान आसमान की….!

“” अनुमान, लक्ष्य, साधना-संकल्प,
धारणा, लगन, संसाधन-विकल्प…
और एक आश एक विश्वास…!
पर्वत से ऊँची राह,
अपने मन से ही बातें होती..
अपने मन की है एक कल्पना,
और लगन की है अटूट सांस…!!
उषा बिखेरे जब-जब लाली तरुण…
अरुणिमा मादक-सा अदम्य उल्लास…!
नव-प्रभात की हर किरणों में…
है अतिथि आगमन की अनुपम एक आस…!!
चढ़े संकल्प-अवधारणा…
जब-जब नभ क्षेत्र में,
जीवन में बढ़ती है क्षुधा-प्यास…!
घेरे चारों ओर, मन-मंजू हृदय…
बढ़ता संकल्प-साहस, सुखद अहसास…!!
प्रफुल्लित-सा मन, फिर होता…
कर अतित की सूक्ष्म समीक्षा…!
जिन नयनों से सांझ बिदाई…
उन नयनों से ही…
प्रातः अवलोकन की अनुपम प्रतिक्षा…!!

**************∆∆∆*************

Language: Hindi
79 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from VEDANTA PATEL
View all
You may also like:
महाकवि विद्यापति आ महारानी लखिमा देवी: प्रेम प्रसंग!
महाकवि विद्यापति आ महारानी लखिमा देवी: प्रेम प्रसंग!
Acharya Rama Nand Mandal
बदलती जरूरतें बदलता जीवन
बदलती जरूरतें बदलता जीवन
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
4557.*पूर्णिका*
4557.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तेवरी को विवादास्पद बनाने की मुहिम +रमेशराज
तेवरी को विवादास्पद बनाने की मुहिम +रमेशराज
कवि रमेशराज
घायल मन पुकारता तुम्हें, परमात्मा, कैसे करूं तेरी आराधना, सज
घायल मन पुकारता तुम्हें, परमात्मा, कैसे करूं तेरी आराधना, सज
Dr.sima
वो अजनबी झोंका
वो अजनबी झोंका
Shyam Sundar Subramanian
सोच
सोच
Dinesh Kumar Gangwar
उन यादों को
उन यादों को
Dr fauzia Naseem shad
रास्ते और राह ही तो होते है
रास्ते और राह ही तो होते है
Neeraj Agarwal
तुम्हें मुझको रिझाना चाहिये था
तुम्हें मुझको रिझाना चाहिये था
अर्चना मुकेश मेहता
है कौन जो इस दिल का मेज़बान हो चला,
है कौन जो इस दिल का मेज़बान हो चला,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*य से यज्ञ (बाल कविता)*
*य से यज्ञ (बाल कविता)*
Ravi Prakash
ग़ज़ल /
ग़ज़ल /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
#जीवन_का_सार...
#जीवन_का_सार...
*प्रणय*
राजनीती
राजनीती
Bodhisatva kastooriya
खरगोश
खरगोश
SHAMA PARVEEN
सूनी आंखों से भी सपने तो देख लेता है।
सूनी आंखों से भी सपने तो देख लेता है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
डॉ अरूण कुमार शास्त्री एक अबोध बालक अरूण अतृप्त
डॉ अरूण कुमार शास्त्री एक अबोध बालक अरूण अतृप्त
DR ARUN KUMAR SHASTRI
किसी भी रूप में ढ़ालो ढ़लेगा प्यार से झुककर
किसी भी रूप में ढ़ालो ढ़लेगा प्यार से झुककर
आर.एस. 'प्रीतम'
" माँ "
Dr. Kishan tandon kranti
जब सारे फूल ! एक-एक कर झर जाएँगे तुम्हारे जीवन से पतझर की बे
जब सारे फूल ! एक-एक कर झर जाएँगे तुम्हारे जीवन से पतझर की बे
Shubham Pandey (S P)
ख्वाब टूट जाते हैं
ख्वाब टूट जाते हैं
VINOD CHAUHAN
किया है यूँ तो ज़माने ने एहतिराज़ बहुत
किया है यूँ तो ज़माने ने एहतिराज़ बहुत
Sarfaraz Ahmed Aasee
न किजिए कोशिश हममें, झांकने की बार-बार।
न किजिए कोशिश हममें, झांकने की बार-बार।
ओसमणी साहू 'ओश'
कुछ लोग रिश्ते में व्यवसायी होते हैं,
कुछ लोग रिश्ते में व्यवसायी होते हैं,
Vindhya Prakash Mishra
ड्राइवर,डाकिया,व्यापारी,नेता और पक्षियों को बहुत दूर तक के स
ड्राइवर,डाकिया,व्यापारी,नेता और पक्षियों को बहुत दूर तक के स
Rj Anand Prajapati
क्या कहें,देश को क्या हो गया है
क्या कहें,देश को क्या हो गया है
Keshav kishor Kumar
You can't skip chapters, that's not how life works. You have
You can't skip chapters, that's not how life works. You have
पूर्वार्थ
बंध निर्बंध सब हुए,
बंध निर्बंध सब हुए,
sushil sarna
वीरांगनाएँ
वीरांगनाएँ
Dr.Pratibha Prakash
Loading...