Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Feb 2024 · 1 min read

जय माँ शारदे

प्रणाम मातु शारदे,
सुकाव्य काव्य कीजिए ।
सुवर्ण तूलिका रहे,
यही अशीष दीजिए ।
प्रकाश ज्ञान का भरो,
अबुद्धि का विनाश हो ।
कुरीतियाँ मिटे सभी,
सुनीति का विकास हो ।।

कुदृष्टि दृष्टि दूर हो,
अगम्य गम्य पंथ हो ।
उदारता बनी रहे,
मिटा मलीन भाव को ।
प्रचंड ज्वाल में जला,
विकार मातु शारदे ।
मनुष्यता सदा रहे,
असन्त सन्त तार-दे ।।

✍️ अरविन्द त्रिवेदी
उन्नाव उ० प्र०

1 Like · 76 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Arvind trivedi
View all
You may also like:
पहचान तो सबसे है हमारी,
पहचान तो सबसे है हमारी,
पूर्वार्थ
*
*" कोहरा"*
Shashi kala vyas
ईश्वरीय समन्वय का अलौकिक नमूना है जीव शरीर, जो क्षिति, जल, प
ईश्वरीय समन्वय का अलौकिक नमूना है जीव शरीर, जो क्षिति, जल, प
Sanjay ' शून्य'
नजरिया
नजरिया
नेताम आर सी
ॐ शिव शंकर भोले नाथ र
ॐ शिव शंकर भोले नाथ र
Swami Ganganiya
दुनिया में भारत अकेला ऐसा देश है जो पत्थर में प्राण प्रतिष्ठ
दुनिया में भारत अकेला ऐसा देश है जो पत्थर में प्राण प्रतिष्ठ
Anand Kumar
पाश्चात्यता की होड़
पाश्चात्यता की होड़
Mukesh Kumar Sonkar
शिक़ायत (एक ग़ज़ल)
शिक़ायत (एक ग़ज़ल)
Vinit kumar
*अभी भी शादियों में खर्च, सबकी प्राथमिकता है (मुक्तक)*
*अभी भी शादियों में खर्च, सबकी प्राथमिकता है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
वो क्या देंगे साथ है,
वो क्या देंगे साथ है,
sushil sarna
शिलालेख पर लिख दिए, हमने भी कुछ नाम।
शिलालेख पर लिख दिए, हमने भी कुछ नाम।
Suryakant Dwivedi
ज़िंदगी का सवाल
ज़िंदगी का सवाल
Dr fauzia Naseem shad
बिहार में दलित–पिछड़ा के बीच विरोध-अंतर्विरोध की एक पड़ताल : DR. MUSAFIR BAITHA
बिहार में दलित–पिछड़ा के बीच विरोध-अंतर्विरोध की एक पड़ताल : DR. MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
THE B COMPANY
THE B COMPANY
Dhriti Mishra
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Neeraj Agarwal
" ख्वाबों का सफर "
Pushpraj Anant
"मन भी तो पंछी ठहरा"
Dr. Kishan tandon kranti
आप हाथो के लकीरों पर यकीन मत करना,
आप हाथो के लकीरों पर यकीन मत करना,
शेखर सिंह
हर सांझ तुम्हारे आने की आहट सुना करता था
हर सांझ तुम्हारे आने की आहट सुना करता था
Er. Sanjay Shrivastava
जब से हमारी उनसे मुलाकात हो गई
जब से हमारी उनसे मुलाकात हो गई
Dr Archana Gupta
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
इस दरिया के पानी में जब मिला,
इस दरिया के पानी में जब मिला,
Sahil Ahmad
हम बच्चों की आई होली
हम बच्चों की आई होली
लक्ष्मी सिंह
ई-संपादक
ई-संपादक
Dr. Pradeep Kumar Sharma
ज्ञानों का महा संगम
ज्ञानों का महा संगम
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जाग गया है हिन्दुस्तान
जाग गया है हिन्दुस्तान
Bodhisatva kastooriya
दिल में है जो बात
दिल में है जो बात
Surinder blackpen
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
Mahender Singh
यादों के झरोखों से...
यादों के झरोखों से...
मनोज कर्ण
17. बेखबर
17. बेखबर
Rajeev Dutta
Loading...