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16 Sep 2023 · 1 min read

सादगी

सादगी से परिपूर्ण तू
लाखों में एक है
जिसका कोई मोल नहीं
वह अनमोल रतन है तू

कठोरता जिसका स्वभाव नहीं
सरलता की तू मूरत है
जिसका कोई माली नहीं
उस बगीचे का तू खूबसूरत फूल है

निंदा जिसकी आदत नहीं
मुस्कुराहट उसकी पूंजी है
जिसका कोई तोड़ नहीं
वह गुरूर है तू

देख अपने आप को
क्या खुदा ने तुझे बनाया है
शब्दों में संजोया है
लफ्जों में उतारा है

Language: Hindi
4 Likes · 1 Comment · 224 Views
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