Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Sep 2022 · 2 min read

मम्मी थी इसलिए मैं हूँ…!! मम्मी I Miss U😔

वो दुनिया की सबसे हसीन नज़र, जो मुझे दुनिया से खूबसूरत नज़र आया करती थी,

वो ज़िन्दगी के सबसे हसीन पल जिनमे उनके होने भर से खुशियाँ छा जाया करती थी,

वो दुनिया के सबसे हसीन झुर्रियों भरे हाथ जिनकी तस्वीर कभी हमारे गालों पर छप जाया करती थी,

वो दुनिया के सबसे हसीन पैर, जिनपर गिर कर हमारी किस्मत सँवर जाया करती थी,

वो दुनिया की सबसे प्यारी नींद जो उनकी गोद में सिर रखकर आया करती थी,

वो दुनिया की सबसे मीठी आवाज़, जो डाँट वो हमें लगाया करती थी,

वो मेरी दुनिया, मेरी ज़िन्दगी… मेरी मम्मी थी,
जो अब साथ नहीं पर उनका एहसास आज भी है…

वो गुस्से में भी प्यार जताती थी,
रोते-रोते भी वो हमें हँसाया करती थी,

मम्मी से बेहतर बच्चों कों कौन जानता हैं,
वहीं थी जिसके आँचल में हम कभी छिप जाया करते थे,

वहीं थी जिसकी बातों पे कभी हम रूठ जाया करते थे,
वहीं थी जो हमारी हर जरुरत कों पहले ना कहकर, चुपके से ले आया करती थी,

वहीं थी जो हमारी खातिर कभी दुनिया से लड़ जाया करती थी,
वहीं थी जो हमें कभी -कभी खुद से मिलाया करती थी…

वहीं थी मेरी मम्मी … जो खुद तकलीफ में होकर भी हमें हर तकलीफ से बचाया करती थी,

उनके आँसुओ को हम कभी पड़ ना सके, कितने दर्दो से वो सहम जाया करती थी,
मैं उनके एक दर्द को भी कम ना कर सका, और वो आँखरी वक़्त में भी हमारे अच्छे से रहने की दुआ मनाया करती थी…

उन्हें जाना होता अगर इन उलझनों से दूर तो वो कब का चली गयी होती,
मम्मी ने हमारी खातिर संघर्ष भरे दिनों में भी हार नहीं मानी,

गर्मी हो या बारिश हो या कड़ाके की ठण्ड,
मम्मी ने हर वक़्त हमारे लिए, अपनी खुशियों को कुर्बान किया,
मैं स्तब्ध हूँ उनके जाने से,
मैं भूल नहीं पाऊंगा उनका संघर्ष, उनका त्याग, उनकी यादे…
वो हमेशा मुझमे शामिल रहेगी… उनका अंश बनके,
मम्मी थी इसलिए मैं हूँ…!!
मम्मी I Miss U😔😔
😔❤😔

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 302 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बदरा बरसे
बदरा बरसे
Dr. Kishan tandon kranti
1
1
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
तूझे क़ैद कर रखूं मेरा ऐसा चाहत नहीं है
तूझे क़ैद कर रखूं मेरा ऐसा चाहत नहीं है
Keshav kishor Kumar
आंधियां* / PUSHPA KUMARI
आंधियां* / PUSHPA KUMARI
Dr MusafiR BaithA
बेटियां तो बस बेटियों सी होती है।
बेटियां तो बस बेटियों सी होती है।
Taj Mohammad
मारी - मारी फिर रही ,अब तक थी बेकार (कुंडलिया)
मारी - मारी फिर रही ,अब तक थी बेकार (कुंडलिया)
Ravi Prakash
हक औरों का मारकर, बने हुए जो सेठ।
हक औरों का मारकर, बने हुए जो सेठ।
डॉ.सीमा अग्रवाल
My Guardian Angel
My Guardian Angel
Manisha Manjari
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
जलियांवाला बाग की घटना, दहला देने वाली थी
जलियांवाला बाग की घटना, दहला देने वाली थी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*.....मै भी उड़ना चाहती.....*
*.....मै भी उड़ना चाहती.....*
Naushaba Suriya
समाज में शिक्षा का वही स्थान है जो शरीर में ऑक्सीजन का।
समाज में शिक्षा का वही स्थान है जो शरीर में ऑक्सीजन का।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
दिखा तू अपना जलवा
दिखा तू अपना जलवा
gurudeenverma198
Ye sham adhuri lagti hai
Ye sham adhuri lagti hai
Sakshi Tripathi
వీరుల స్వాత్యంత్ర అమృత మహోత్సవం
వీరుల స్వాత్యంత్ర అమృత మహోత్సవం
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
23/43.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/43.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Today's Thought
Today's Thought
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हमारा ऐसा हो गणतंत्र।
हमारा ऐसा हो गणतंत्र।
सत्य कुमार प्रेमी
हिंदी गजल
हिंदी गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
कोई यहां अब कुछ नहीं किसी को बताता है,
कोई यहां अब कुछ नहीं किसी को बताता है,
manjula chauhan
खुद को पाने में
खुद को पाने में
Dr fauzia Naseem shad
मत कर ग़ुरूर अपने क़द पर
मत कर ग़ुरूर अपने क़द पर
Trishika S Dhara
वो खिड़की जहां से देखा तूने एक बार
वो खिड़की जहां से देखा तूने एक बार
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
चाय - दोस्ती
चाय - दोस्ती
Kanchan Khanna
मैया तेरा लाडला ये हमको सताता है
मैया तेरा लाडला ये हमको सताता है
कृष्णकांत गुर्जर
अनोखे ही साज़ बजते है.!
अनोखे ही साज़ बजते है.!
शेखर सिंह
हर दफ़ा जब बात रिश्तों की आती है तो इतना समझ आ जाता है की ये
हर दफ़ा जब बात रिश्तों की आती है तो इतना समझ आ जाता है की ये
पूर्वार्थ
"वंशवाद की अमरबेल" का
*Author प्रणय प्रभात*
दिन की शुरुआत
दिन की शुरुआत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
याद आते हैं
याद आते हैं
Chunnu Lal Gupta
Loading...