Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Dr. Kishan tandon kranti
277 Followers
Follow
Report this post
4 Nov 2024 · 1 min read
“अल्फ़ाज़ “
“अल्फ़ाज़ ”
इंसानियत दिल में होती है
हैसियत में नहीं,
ऊपर वाला कर्म देखता है
वसीयत को नहीं।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
3 Likes
·
4 Comments
· 18 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like:
दिल हो काबू में....😂
Jitendra Chhonkar
दरख़्त
Dr. Kishan tandon kranti
भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
चौकड़िया छंद के प्रमुख नियम
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
...
*प्रणय*
काबा जाए कि काशी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
एसी कमरों में लगे तो, दीर्घ-आँगन पट गए (गीतिका )
Ravi Prakash
क्षितिज के उस पार
Suryakant Dwivedi
दीवाली
Mukesh Kumar Sonkar
Why am I getting so perplexed ?
Chaahat
बाहर से खिलखिला कर हंसता हुआ
Ranjeet kumar patre
यादें
Dinesh Kumar Gangwar
One day you will realized that happiness was never about fin
पूर्वार्थ
शक्तिशाली
Raju Gajbhiye
दश्त में शह्र की बुनियाद नहीं रख सकता
Sarfaraz Ahmed Aasee
टमाटर के
सिद्धार्थ गोरखपुरी
आज की सौगात जो बख्शी प्रभु ने है तुझे
Saraswati Bajpai
नारी
Dr Archana Gupta
उपहास
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
🍁🍁तेरे मेरे सन्देश- 5🍁🍁
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
गीत- चले आओ मिले तुमसे...
आर.एस. 'प्रीतम'
चुनौती
Ragini Kumari
हम
हिमांशु Kulshrestha
2677.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
भजन -आया श्याम बुलावा- अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
जख्मो से भी हमारा रिश्ता इस तरह पुराना था
कवि दीपक बवेजा
नदी की मुस्कान
Satish Srijan
ज़िन्दगी को समझते
Dr fauzia Naseem shad
छोड़ दिया किनारा
Kshma Urmila
बच्चों ने वसीयत देखी।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...