अर्णव गोस्वामी राष्ट्रवादी हैंं-:”चंदन
सुशांत सिंह राजपुत एक पढा लिखा होनहार युवक था जो बाद में फिल्मों में काम किया किंतु फिल्मी जगत में भी कुछ गंदे लोगों की कुसंगती के कारण न सिर्फ नशे के लत से ग्रसित हुए अपितु उन्हें जान भी गवानी पडी। मैं ये नहीं कहता की सुशांत सिंह राजपुत मर्डर हुआ या आत्महत्या की। परंतु सुशांत सिंह राजपुत आज हमारे बीच नहीं है, यही परम सत्य है। इस खबर को तह तक यदि किसी पत्रकार ने लेकर गए है, तो वो है Republic Bharat News channel एवं हमारे वरिष्ट पत्रकार अर्णव गोस्वामी जी।
पालघर में राह चलते संतों की निर्मम हत्या हो जाती है, किसी को कोई फर्क नहीं पडता परंतु न्याय की माँग यदि किसी News channel द्वारा की गई तो वो है Republic Bharat एवं पत्रकार अर्णब गोस्वामी जी।
हाथरस कांड में पीडिता को इंसाफ दिलाने हेतु आवाज यदि किसी ने बुलंद की है, तो वो है अर्णब गोस्वामी जी।
आज जब मैंने पुलिसिया बदसलूकी एवं महाराष्ट्र सरकार के कार्यकलापों को
पर्दाफाश करने वाले वरिष्ठ पत्रकार अर्णब गोस्वामी की जबरदस्ती गिरफ्तारी के बारे में सुना तो एक लेखक एवं जिम्मेदार नागरिक होने के नाते मुझे बहुत दु:ख हुआ।
दोस्तों मिडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा गया है। यदि किसी भी प्रांत में सरकार या किसी विशेष समुदाय द्वारा गलत हरकत की जाती है, तो उसका पर्दाफ़ाश करना मीडिया का काम है। आज हम सब को एकजुट होकर अर्णब गोस्वामी जी के साथ हो रहे वैविचारिकता एवं आत्मसम्मान के हनन का पुरजोर विरोध करनी चाहिए एवं उनका सपोर्ट करनी चाहिए।मैं तमाम बुद्धिजिवियों से आग्रह करना चाहुँगा कि अर्णब गोस्वामी जी का सपोर्ट करें।