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4 Dec 2024 · 1 min read

मुक्तक __

मुक्तक __
बहुत अजीज़ शख्स का मिज़ाज मर्ज़ की तरह ,
न छोड़ता , न रूठता , टिका है क़र्ज़ की तरह ,
अदा से वो निभा रहा , न जा रहा है दूर वो ,
बसा है रूह में हबीब बन के फ़र्ज़ की तरह ।
✍️नील रूहानी….. 03/12/2024,,,,,,,,,,,🥰

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