अब हैं चुनाव आये जागरूक हो
अब हैं चुनाव में पंचयातो की बारी,
दारू मुर्गा पैसा और छोड़ दो सारी,
अब नहीं हो इस बार तेरा मैरा ,
अब होगी केवल विकाश की बारी,
बूढे़ अनपढ़ छोड़ दो शिक्षित युवाओं को वोट दो,
झूठे नेताओं की पोल खोल दो,
उनको बाय बाय बोल दो,
ये नेता थे झूठे सारे,भाषाण देते भारे भारे,
काम इनके अब हम गिनायें,
हम बेरोजगार इनके बजे से हैं,
ये अब हम इनको बतलायेगें,
अब ये आये वोट माँगने ,
याद कर इनको वादे सुनाये,
काम किया जिसने उसे पास बिठाये ,
झूठों को अब दूर भगायें,
अब हैं चुनाव पंचयातो में आये,
युवा शिक्षितों को आँगे बढ़ाये,
निवेदक Jayvind Singh Ngariya Ji