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28 Mar 2024 · 1 min read

“अपेक्षा”

“अपेक्षा”
वो अपेक्षाएँ ही है जो
स्वार्थ की रस्सी से
सबको बांधे रखती है,
इसकी अनुपस्थिति में
ये दुनिया
किसी को कहाँ पूछती है?

3 Likes · 3 Comments · 145 Views
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