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5 Apr 2024 · 1 min read

“अपेक्षाएँ”

“अपेक्षाएँ”
अपेक्षाएँ मुस्कुराती हैं
जब वो पूरी हो जाती हैं,
वरना जल करके
सिर्फ राख बच जाती है।

3 Likes · 3 Comments · 112 Views
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