Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2023 · 1 min read

अदबो ईल़्म सी उर्दू

ज़शन ए उर्दू.
अदबो इल़्म सी उर्दू .

चैनो अमन की क़हक़शां है उर्दू .
हर मुक़्तिलिफ़ की गंगा जमुनी तहज़ीब हो उर्दू.

जबसे मालूमात हुआ की मीठी जबां है उर्दू.
लिखे हैं चंद अलफाज़ ‘कारीगर’ ने भी? इशके ए उर्दू.

ख्वाहिशें की हर सामयिन की जिक्र हो उर्दू
कहता हूँ कई मरतबा देखो कितना लज़ीज है उर्दू.

हुस्ने नूर हो या दरियागिली तंगहाली के हो कहीं चर्चे?
मखमली सी ईठलाती बलखाती जुबां जो उर्दू.

ना किसी से कोई भेदभाव ना कोई ख़ुदग़र्जी?
हर किसी का एहतराम करती सबका इस्तक़बाल हो उर्दू.

©किशन कारीगर

Language: Hindi
1 Like · 291 Views
Books from Dr. Kishan Karigar
View all

You may also like these posts

याद में
याद में
sushil sarna
बुरा वक्त आज नहीं तो कल कट जाएगा
बुरा वक्त आज नहीं तो कल कट जाएगा
Ranjeet kumar patre
ख्वाहिश
ख्वाहिश
Chitra Bisht
अंतहीन
अंतहीन
Dr. Rajeev Jain
" दिल गया है हाथ से "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
■ देश भर के जनाक्रोश को शब्द देने का प्रयास।
■ देश भर के जनाक्रोश को शब्द देने का प्रयास।
*प्रणय*
खुशबू चमन की।
खुशबू चमन की।
Taj Mohammad
अश्लीलता - गंदगी - रील
अश्लीलता - गंदगी - रील
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
*राम भक्ति नवधा बतलाते (कुछ चौपाइयॉं)*
*राम भक्ति नवधा बतलाते (कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
रस का सम्बन्ध विचार से
रस का सम्बन्ध विचार से
कवि रमेशराज
डरना नही आगे बढ़ना_
डरना नही आगे बढ़ना_
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
मातृदिवस
मातृदिवस
Satish Srijan
संघ के संगठन के सम्बन्ध में मेरे कुछ विचार 🙏संगठन में नियम न
संघ के संगठन के सम्बन्ध में मेरे कुछ विचार 🙏संगठन में नियम न
ललकार भारद्वाज
जगत
जगत
Santosh Shrivastava
बदलाव की ओर
बदलाव की ओर
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
सज्जन से नादान भी, मिलकर बने महान।
सज्जन से नादान भी, मिलकर बने महान।
आर.एस. 'प्रीतम'
तेरी जलन बनाए रखना था, मैने अपना चलन नहीं छोड़ा।
तेरी जलन बनाए रखना था, मैने अपना चलन नहीं छोड़ा।
Sanjay ' शून्य'
4013.💐 *पूर्णिका* 💐
4013.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Love
Love
Sanjay Narayan
पेंशन पर कविता
पेंशन पर कविता
गुमनाम 'बाबा'
अच्छे दोस्त भी अब आंखों में खटकने लगे हैं,
अच्छे दोस्त भी अब आंखों में खटकने लगे हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बात ही कुछ और है
बात ही कुछ और है
manorath maharaj
करो तुम कुछ काम ऐसा...
करो तुम कुछ काम ऐसा...
Shubham Pandey (S P)
★दाने बाली में ★
★दाने बाली में ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
वक्त लगेगा
वक्त लगेगा
Priyanshu Dixit
उम्मीद ए चिराग...
उम्मीद ए चिराग...
पं अंजू पांडेय अश्रु
सियासी वक़्त
सियासी वक़्त
Shikha Mishra
रामबाण
रामबाण
Pratibha Pandey
अगड़ों की पहचान क्या है : बुद्धशरण हंस
अगड़ों की पहचान क्या है : बुद्धशरण हंस
Dr MusafiR BaithA
......,,,,
......,,,,
शेखर सिंह
Loading...