Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Aug 2022 · 1 min read

अजन्मी बेटी का दर्द !

सुना है माँ तेरे चरणों में,
झुक जाता है आसमान!
तेरे चरणों तले होती है माँ,
जन्नत और भगवान!
सुना है तेरी ममता की छाया में,
बच्चों को नही छूता है शैतान!
सुना है माँ तो ऐसी होती है,
जिसको अपने बच्चे की
खामोशी का भी होता है ज्ञान!
मेरी माँ बताओ मुझे ,
तुम मेरी खामोशी को
क्यों नही सुन पाई!
मेरी जीने की इच्छा को तुम,
क्यों नही पूरी कर पाई!
क्यों नहीं तुम अपने कोख में,
मुझे जगह दिला पाई!
क्यो नही मेरे हक के ख़ातिर,
दुनियाँ से तुम लड़ पाई!
ऐसे में दुनियां जो कहती है,
कैसे मैं उस बात को मान लूं!
तेरे चरणों में जन्नत है माँ,
कैसे में यह बात मान लूं!
तुम ईश्वर का रूप है माँ
कैसे मैं यह बात मान लूं!
तुम सबसे अच्छी है माँ
कैसे में यह बात मान लूं!
कैसे कहूं मैं माँ तुमको,
तुम दुनियाँ में सबसे सच्ची हो!
बेटा-बेटी में फर्क न समझे
तुम वह पावन धरती हो!
तुम सबसे सच्ची है माँ,
कैसे मै यह बात मान लूं!
तुम ही बताओं मुझे माँ,
कैसे तुम्हें माँ का रूप मान लूं!

अनामिका

4 Likes · 6 Comments · 624 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अधूरा ही सही
अधूरा ही सही
Dr. Rajeev Jain
4619.*पूर्णिका*
4619.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
भावुक हृदय
भावुक हृदय
Dr. Upasana Pandey
नश्वर तन को मानता,
नश्वर तन को मानता,
sushil sarna
ഒന്നോർത്താൽ
ഒന്നോർത്താൽ
Heera S
जो लिखा है
जो लिखा है
Dr fauzia Naseem shad
" हिम्मत "
Dr. Kishan tandon kranti
■ दोहा देव दीवाली का।
■ दोहा देव दीवाली का।
*प्रणय*
मंदिरों की पवित्रता
मंदिरों की पवित्रता
पूर्वार्थ
पिता
पिता
Swami Ganganiya
मेरी खुशियों की दिवाली हो तुम।
मेरी खुशियों की दिवाली हो तुम।
Rj Anand Prajapati
"होली है आई रे"
Rahul Singh
कैसी लगी है होड़
कैसी लगी है होड़
Sûrëkhâ
शिवोहं
शिवोहं
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
पूजा
पूजा
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मैं हिन्दुस्तानी !
मैं हिन्दुस्तानी !
Shyam Sundar Subramanian
प्रकृति का प्रकोप
प्रकृति का प्रकोप
Kanchan verma
कॉलेज वाला प्यार
कॉलेज वाला प्यार
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
कैसे निभाऍं उसको, कैसे करें गुज़ारा।
कैसे निभाऍं उसको, कैसे करें गुज़ारा।
सत्य कुमार प्रेमी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
हाथ माखन होठ बंशी से सजाया आपने।
हाथ माखन होठ बंशी से सजाया आपने।
लक्ष्मी सिंह
मान तुम प्रतिमान तुम
मान तुम प्रतिमान तुम
Suryakant Dwivedi
Line.....!
Line.....!
Vicky Purohit
किसान
किसान
Dinesh Kumar Gangwar
उलझन से जुझनें की शक्ति रखें
उलझन से जुझनें की शक्ति रखें
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
पृष्ठों पर बांँध से
पृष्ठों पर बांँध से
Neelam Sharma
कभी बहुत होकर भी कुछ नहीं सा लगता है,
कभी बहुत होकर भी कुछ नहीं सा लगता है,
Sunil Maheshwari
माँ लक्ष्मी
माँ लक्ष्मी
Bodhisatva kastooriya
मैं एक आम आदमी हूं
मैं एक आम आदमी हूं
हिमांशु Kulshrestha
अरे वो ज्यादा से ज्यादा क्या होगा
अरे वो ज्यादा से ज्यादा क्या होगा
Keshav kishor Kumar
Loading...