सृष्टि
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#justareminderekabodhbalak #drarunkumarshastriblogger
हमें न खोजना होगा,
न कुछ चाहिए विशेष ।
सभी कुछ प्राप्ति होगी,
रहे जो मन प्रभु में शेष ।।
वचन देकर मुकर जाता,
दिलों से खेल करता जो ।
उसी का सामना होगा,
दिग्गजों के प्राण हर्ता जो ।।
तेरी चाहत तेरी बोली से,
नज़र आती है सबको ही ।
पड़े जो लोग धर्म दुविधा में,
सताती चित्त चिंता उनको ही ।।