सुनो सुनाऊॅ॑ अनसुनी कहानी
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सुनो सुनाऊॅ॑ अनसुनी कहानी
ना कोई राजा है ना कोई रानी
सुनो सुनाऊं……….
प्रकृति का तो ह्रास हो रहा
चारों तरफ सर्वनाश हो रहा है
दूषित हो रही हवा और पानी
सुनो सुनाऊॅ……….
विलुप्त हो रहे पेड़ निराले
नदी पहाड़ घाटी और नाले
हुए हैं दुर्लभ अन्य प्राणी
सुनो सुनाऊॅ॑……….
कब तक ये संताप सहेगी
एक दिन बदला आप ये लेगी
होगी बहुत मानव की हानि
सुनो सुनाऊॅ॑……….
चलो ‘V9द’ एक पेड़ लगाएं
अपना फर्ज हम आज निभाएं
प्रकृति करती है आज बचानी
सुनो सुनाऊॅ॑……….