राजयोग महागीता
घनाक्षरी : छंद संख्या १९ ( पृष्ठ २४)
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शांति प्राप्त करने का केवल उपाय यही ,
पावन हरि नाम का संकीर्तन कीजिए| ।
ये सब सब से बड़ा है यग्य, कीर्तन महायग्य,
अत: भक्ति- भाव में भर कीर्तन| कीजिए ।
प्रार्थना करें सभी साधक परमेश्वर से ,
मेरी अग्रगति को त्वरित कर दीजिए।
कृष्ण को पुकार कर कहें बार – बार आप ,
गति- पथ सुगम , प्रशस्त कर दीजिए ।।